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फिरोजपुर में डबल स्टोरी रेलवे रामा नाटक क्लब की ओर से श्रवण कुमार नाइट का किया गया मंचन
फिरोजपुर 24 सितंबर कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता
फिरोजपुर की बस्ती टैंका वाली में डब्ल स्टौरी रेलवे रामा नाटक क्लब की ओर से दिखाई जा रही रामलीला की दूसरी नाइट नें श्रवण कुमार नाइट के भाग दौ को आगे बढ़ाते हुए पहले दृश्य में जब श्रवण कुमार को उनके माता पिता के अंधे होने का गुरू वष्शिट्ठ कारण पता चलता है तो वह राजा दशरथ की आग्य लेकर अपने माता पिता को तीर्थ यात्रा के लिए निकल पढ़ते है । दूसरी तरफ नगरी में ऐआश किसम का चंमक नामक व्यक्ति व उसकी पत्नी चमेली अपनी अलग जिंदगी जी रहे होते है । एक दिन चंमक श्रवण की पत्नी विध्या को अकेला देखकर उसपर गलत निगाह के इरादे से देखते है तो श्रवण कुमार की पत्नी विध्य उसे कौड़ी होने का श्राप देती है और चंपक लाल कौड़ी हो जाता है । दूसरे दृश्य में श्रवण कुमार के माता पिता को तीर्थ यात्रा के दौरान प्यास लगती है तो वह श्रवण की पानी पिलाने के लिए बोलते है । श्रवण उनकी प्यास भुजाने के लिए लौटा लेकर सर्यू नदी के किनारे की ओर बढ़ रहा होता है तो राजा दशरथ शिकार के लिए निकलते है । जब श्रवण कुमार नदी के किनारे पानी भर रहे होते है तो एक ध्वनी उत्पन होती है जिसे राजा दशरथ समझते है कि कोई जंगली जीव सर्यू नदी के पानी को गंदा कर रहा । वह अपना शब्दभेदी बाण उस ध्वनी की ओर छोड़ते है जो कि श्रवण कुमार को जा लगता है । जह दशरथ को मालूम पढ़ता है कि उंहोने शिकार के धोखे में कुमार श्रवण को मार गिरया है तो वह बहुत पशचताप करते है ओर भगवान से क्षमा मांगते है । उधर श्रवण मरते मरते दशरथ को बेलते है कि वह उसके माता पिता को पानी पिलाकर उनकी प्यास भुजा दे । दशरथ श्रवण कुमार की अमतिम ईछा पूर्ण करने के लिए श्रवण के माता पिता के पास जाता है तो वह किसी और की अवाज सुन कर पानी नही पिते तो राजा दशरथ उंहे सारी बात बताते है कि उके हाथो शिकार के धौखे में उंके पुत्र की हत्या हो गई है । जिसे सहन न करते हुए पुत्र वियोग में वह भी अपने प्राण त्याग देते है और अंतिम समय में वह राजा दशरथ को श्राप देते है कि हमने भी अपने पुत्र के वियोग में अपने प्राण त्यागे है तेरी मृत्यु भी एक दिन पुत्र वियोग के कारण होगी। राजा दशरथ को बहुत दुख होता है लेकिन मन ही मन खुश भी होता है कि यह श्राप अटल हो ,क्योकि राजा दशरथ के कोई औलाद नही थी ,इस श्राप के कारण उंहे पुत्र रत्न की प्राप्ती होगी।
दूसरी नाइट का उध्घाट हारमोनी आर्युवैदिक कालेज व शहीद भगत सिंह नर्सिंग के निदेशक धर्मपाल बंसल ने किया इस अवसर पर उनके गरूप की और से चलाये जा रहे भक्ती भजन गरूप के बारे जानकारी दी और सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए प्रेरित किया। इस नाइट में श्रवण कुमार की भूमिका कपिल मैहता, दशरथ की भूमिका रिशी पाल ,चमंक की भूमिका मनमोहन सिंह साभी व चमेली की भूमिका निलू ने निभाई । इस मौके पर क्लब के कैशियर अचल रघुवंशी ,निंदू , असलम , विशाल आदि सदस्य मौजूद रहे ।