समाजवाद के अग्रदूत कहे जाते हैं महाराजा अग्रसेन : इंद्रेश।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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महाराजा अग्रसेन जयंती शोभायात्रा में शामिल हुआ शहर का अग्रवाल समाज।
श्री वैश्य अग्रवाल पंचायत थानेसर द्वारा आयोजित महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव।
कुरूक्षेत्र, 26 सितंबर : श्री वैश्य अग्रवाल पंचायत थानेसर द्वारा सोमवार को महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया गया। विस्तृत जानकारी देते हुए महासचिव भूषणपाल मंगला ने बताया कि समाजवाद के सूत्रधार महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में सुबह रेलवे स्टेशन के नज़दीक अग्रवाल धर्मशाला में हवन आयोजित किया गया जिसमें प्रधान चंद्रभान गुप्ता सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्यों ने आहुतियां दी। तत्पश्चात ध्वजारोहण किया गया। इसके बाद प्रधान चंद्रभान गुप्ता ने महाराजा अग्रसेन शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह शोभायात्रा अग्रवाल धर्मशाला से चलकर रेलवे रोड के भगवान परशुराम चौंक, अहिल्या बाई चौंक और श्रद्धानंद चौंक के रास्ते रेलवे ओवरब्रिज से होते हुए मोहन नगर स्थित अग्रसेन चौंक पहुंची जहां महाराजा अग्रसेन मूर्ति पर पुष्प वर्षा व माल्यार्पण की गई। शहर का समस्त अग्रवाल समाज शोभायात्रा में शामिल हुआ। जगह जगह इस शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद यह शोभायात्रा सैक्टर-13, 7 व 5 की मार्केट होते हुए सुंदरपुर रेलवे पुल के रास्ते सलारपुर रोड पहुंची। यहां व्यापारी समाज द्वारा शोभायात्रा का स्वागत व जलपान हुआ। सलारपुर रोड से पुनः रेलवे रोड के रास्ते सीधा गुरद्वारा छठी पातशाही चौंक यह शोभायात्रा पहुंची जहां से अंबेडकर चौंक के रास्ते थानेसर शहर में शोभायात्रा ने प्रवेश किया और मोती चौंक स्थित अग्रवाल धर्मशाला में यह शोभायात्रा संपन्न हुई जहां राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश ने महाराजा अग्रसेन की मंगल आरती में हिस्सा लिया। अपने संबोधन में इंद्रेश ने कहा कि महाराजा अग्रसेन समाजवाद के अग्रदूत, युग पुरुष,राम राज्य के समर्थक,महादानी तथा समाजवाद के प्रणेता थे।वे अग्रोदय नामक गणराज्य के महाराजा थे।जिसकी राजधानी अग्रोहा थी।उन्होनें अपने क्षेत्र में सच्चे समाजवाद की स्थापना हेतु नियम बनाया कि उनके नगर में बाहर से आकर बसने वाले प्रत्येक परिवार की सहायता के लिए नगर का प्रत्येक परिवार उसे एक तत्कालीन प्रचलन का सिक्का व एक ईंट देगा, जिससे आसानी से नवागन्तुक परिवार स्वयं के लिए निवास स्थान व व्यापार का प्रबंध कर सके। महाराजा अग्रसेन ने तंत्रीय शासन प्रणाली के प्रतिकार में एक नई व्यवस्था को जन्म दिया।प्रधान चन्द्रभान गुप्ता ने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने पुनः वैदिक सनातन आर्य सस्कृंति की मूल मान्यताओं को लागू कर राज्य की पुनर्गठन में कृषि-व्यापार, उद्योग, गौपालन के विकास के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की पुनः प्रतिष्ठा का बीड़ा उठाया।इस तरह महाराज अग्रसेन के राजकाल में अग्रोदय गणराज्य ने दिन दूनी- रात चौगुनी तरक्की की। कार्यक्रम में उप प्रधान गोपालदास गोयल, कोषाध्यक्ष रामकुमार गोयल, सह सचिव विपिन अग्रवाल, प्रबंधक जंग बहादुर सिंगला, सदस्य राजकुमार मित्तल, प्रवेश सिंगला, मुरारी लाल अग्रवाल, डा.मोहित गुप्ता, शोभायात्रा संयोजक मित्रसेन गुप्ता व तरसेम मित्तल, प्रशासक विकास बंसल, सतप्रकाश गुप्ता, रतनलाल बंसल और अनुज गोयल सहित बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के प्रतिनिधि शामिल रहे।