विश्व हृदय दिवस पर आयुर्वेद आहार व पोषण कार्यक्रम का आयोजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र : 7 वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस और विश्व हृदय दिवस पर श्रीकृष्णा आयुष विवि के राजकीय महाविद्यालय में आयुर्वेद आहार एवं पोषण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुभारंभ श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवेंद्र खुराना द्वारा भगवान धन्वंतरि समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने कहा कि ह्रदय रोग से दुनियाभर में हर दूसरा-तीसरा व्यक्ति जूझ रहा है। भारत में सबसे ज्यादा हृदय रोग के मरीज देखने में आ रहे हैं। इसकी मुख्य वजह बिगड़ता लाइफस्टाइल और गलत खानपान है। ह्रदय रोग से कैसे बचा जाए और इसके लिए किस प्रकार की सावधानियां बरती जा सकती हैं। आयुर्वेद में हृदय रोग से बचने के लिए किस तरह की सावधानियां अपनाई जाएं। ऐसा एक संदेश आयुर्वेद के विशेषज्ञ डॉक्टरों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को दिया गया। उन्होंने कहा कि दिवाली से पूर्व धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद पद्धति के प्रवर्तक माने जाते हैं। इस दिन भारतवर्ष में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है। उस कार्यक्रम से पूर्व विश्व हृदय दिवस पर आयुर्वेद आहार और पोषण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महीने भर चलने वाले कार्यक्रमों में एकेडमिक के साथ-साथ सांस्कृतिक और स्पोर्ट्स के भी कार्यक्रम किए जाएंगे। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों का भौतिक और मानसिक दोनों तरीकों से विकास करना है।
स्वस्थवृत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा ने कहा कि कुछ विशेष पाने के लिए कुछ खास करना पड़ता है। विश्व हृदय दिवस मनाने का मकसद दुनियाभर में लोगों के बीच हृदय रोगों से जुड़ी समस्याओं की जानकारी देना और हार्ट डिजीज को लेकर लोगों को जागरूक करना होता है। छोटी उम्र से लेकर उम्रदराज लोगों को हार्ट रोगों से पीड़ित देखा जा सकता है। दिल की बीमारी से बचने के लिए एहतियात और जागरूकता की जरूरत है। सहायक प्रोफेसर डॉ. शीतल सिंगला ने छात्र-छात्राओं को दैनिक दिनचर्या में आदमी का कैसा विचार होना चाहिए, इसकी जानकारी देते हुए कहा की व्यक्ति को अल्प व्यायाम करना चाहिए। ज्यादा और कठिन व्यायाम से बचाना चाहिए। सरल योगासन और प्राणायाम हर दिन करने से मनुष्य लंबे समय तक स्वस्थ रहता है। ज्यादा समय फोन व टीवी पर न बिताएं। इसके साथ ही आयुर्वेद स्नातकोत्तर के छात्र डॉ. कपिल कपूर ने पौष्टिक व प्रोटीन युक्त आहार में सामान्य तौर पर मोटा अनाज, फल और दूध को ठीक अनुपात में लेने की जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. सुरेंद्र सहरावत, डॉ. प्रेम चंद मंगल डॉ. सचिन, डॉ. विजेंद्र, डॉ. प्रियंका, योग शिक्षक योगेंद्र कुमार और पीजी स्कॉलर डॉ, रीतू, डॉ. स्मृति, डॉ. ज्योति, डॉ. अनिल, डॉ. प्रतिक मौजूद रहे।