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ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में आज उस वक्त हड़कंप मच गया है जब Bsc.परीक्षा में फैल हुए छात्रों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं NSUI के एक छात्र ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। जीवाजी यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक के कक्ष में एनएसयूआई के छात्र ने पेट्रोल डालकर खुदकुशी की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद उसके सहयोगियों ने उसे पकड़ लिया। घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैल हुए छात्रों के मामले की जांच कराने की बात कही है।
ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में आज NSUI के कार्यकर्ता प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे। दरसअल जीवाजी विश्वविद्यालय के बीएससी सेकंड ईयर और थर्ड ईयर की परीक्षा में करीब 500 से ज्यादा फेल हो गए थे। इन छात्रों ने री-वेल्यूवेशन के लिए फॉर्म जमा किए थे। री-वेल्यूवेशन के बाद भी कुछ छात्रों को छोड़कर बाकी छात्रों के नंबरों में कोई तब्दीली नहीं हुई, जिसके चलते अधिकांश छात्र फैल ही रहे। इसी मामले में फैल हुए छात्रों के पक्ष में NSUI के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन पर उतारू हो गए। गुरुवार दोपहर जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक कक्ष में पहुंच NSUI कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई। इसी दौरान NSUI कार्यकर्ता प्रथम भदोरिया ने परीक्षा नियंत्रक से बहस होने के बाद खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। इस दौरान वहां मौजूद साथी छात्रों ने उसके हाथ से पेट्रोल की बोतल छुड़ा ली। खुदकुशी की कोशिश करने वाले छात्र प्रथम भदौरिया का कहना है कि जीवाजी विश्वविद्यालय प्रशासन ने 500 से ज्यादा छात्रों को फेल कर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया है। कई छात्रों को तो इरादतन जीरो नंबर दिए गए हैं। इसलिए 500 छात्रों के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए उसने खुदकुशी के लिए कदम उठाया था।वही विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार का कहना है कि रिवैल्युएशन में कुछ छात्रों के नंबर बड़े हैं बाकी छात्र नंबर ना बढ़ने के चलते फेल हुए हैं। इसको लेकर NSUI के कार्यकर्ता विरोध कर रहे थे। रजिस्टर का कहना है कि अगर किसी छात्र की कॉपी में नंबर के साथ गड़बड़ हुई है तो इसकी जांच करा ली जाएगी।
ग्वालियर मध्य प्रदेश से जिला ब्यूरो चीफ विनय त्रिवेदी की रिपोर्ट