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पंजाब सरकार की वादा खिलाफी के रोष में कंप्यूटर अध्यापक 10 दिसंबर को शिक्षा मंत्री के घर के सामने मनाएंगे दीवाली
कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा मंत्री के ‘दीवाली गिफ्ट’ का इंतजार
फिरोजपुर 27/11/2022 {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}:=
डेढ़ दशक से अधिक समय से अपने जायज अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे पंजाब भर के कंप्यूटर अध्यापकों ने एक बार फिर संघर्ष तेज करने का मन बना लिया है। इसी सिलसिले में आज पूरे प्रदेश के कंप्यूटर अध्यापकों ने एक मंच पर एकत्रित होते हुए और अपने जायज अधिकारों के लिए संघर्ष को तेज करने की रणनीति बनाई और इसे अमली जामा भी पहनाया। वहीं यह भी घोषणा की गई कि सभी कंप्यूटर अध्यापक एक बैनर तले संघर्ष करेंगे।
आज हुई राज्य स्तरीय मीटिंग में प्रदेश के विभिन्न जिलों के कम्प्यूटर अध्यापकों को संबोधित करते हुए विभिन्न कम्प्यूटर अध्यापक नेताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने 2 महीने पहले उनकी सभी जायज मांगों को मान कर उन्हें ‘दिवाली गिफ्ट’ देने की घोषणा की थी लेकिन दीवाली के बाद गुरपर्व के बाद भी उनके अधिकार बहाल नहीं किए गए हैं।
उन्होंने अपना रोष व्यक्त करते हुए कहा कि कंप्यूटर अध्यापकों को आम आदमी पार्टी की सरकार से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन अब समय बीतने के साथ ये उम्मीदें निराशा में बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री को अपना वादा पूरा करना चाहिए, क्योंकि रेगुलर होने के 11 साल बाद भी उन्हें अपने जायज अधिकारों के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है।
कंप्यूटर अध्यापक नेताओं ने अपनी मांगों की जानकारी देते हुए कहा कि उनकी कोई नई मांग नहीं है। सरकार द्वारा उन्हें 2011 से नियमित किया गया था और उनकी एक ही मांग है कि उनके रेगुलर ऑर्डर्स में लिखित सभी लाभ उन्हें दिए जाएं जिसके तहत उन्हें 6वें पे-कमीशन का लाभ दिया जाए, सीएसआर के तहत मिलने वाले लाभ उन्हें दिए जाएं, उन्हें भी पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि अब कंप्यूटर अध्यापकों के सब्र का बांध टूट रहा है और अगर पिछली सरकारों की तरह मौजूदा सरकार का भी यही रवैया रहा तो वे संघर्ष को सड़कों ले आएंगे और संघर्ष को तब तक ठंडा नहीं होने दिया जाएगा जब तक कि उनके सभी अधिकार बहाल किए जाएंगे।
नेताओं ने ऐलान किया कि शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के बयान के बाद उन्हें उम्मीद थी कि उनके अधिकार बहाल होंगे, लेकिन इस काम में लगातार हो रही देरी के कारण अब कंप्यूटर अध्यापक संघर्ष करने के लिए विवश हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने समय रहते उनके अधिकारों को बहाल नहीं किया तो वे सड़कों पर उतरने से परहेज नहीं करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि आज की मीटिंग में लिये गये निर्णय के अनुसार 10 दिसंबर को प्रदेशभर के कम्प्यूटर अध्यापक आनंदपुर साहिब में एकत्रित होकर शिक्षा मंत्री के आवास के सामने हजारों दीप जलाकर दीपावली मनाते हुए अपना विरोध प्रकट करेंगे और इसे इसी अवसर पर अगले एक्शन का एलान किया जाएगा। इस अवसर पर कंप्यूटर अध्यापक नेता प्रदीप मलूका, परमवीर सिंह पम्मी, राजवंत कौर, गुरदीप सिंह बैंस, जसपाल, जगपाल सिंह, नरिंदर पासी, लखविंदर फिरोजपुर, जतिंदर फाजिल्का, हरचरण बठिंडा, दविंदर पाठक, लविंदर पाल, हरचरण सिंह, हरजिंदर सिंह, बलप्रीत कौर, पलविंदर कौर, हरलीन कौर, मीना रानी, राजनदीप, बबलीन, गुरविंदर सिंह, कुलवंत सिंह, विकास, वीरिंदर सिंह, मनीष मदान सहित बड़ी संख्या में विभिन्न जिलों के कम्प्यूटर अध्यापक उपस्थित थे।