वैशवारा न्यूज़ डेस्क !
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम घिन्हापुर निवासी श्री अशोक कुमार यादव की पुत्री आकांक्षा जिसकी उम्र मात्र ३२ वर्ष है। आकांक्षा की सादी सन २०१४ में ग्राम लहुवा निवासी संदीप कुमार यादव से हुई जो जर्मनी में एसोसिएट प्रोफेसर है । परन्तु कोरोनाकाल में अचानक उनकी दोनो किडनिया फेल कर गई। ऐसी परिस्थिति में पति की जीवन रक्षा के लिए आकांक्षा आगे आई.. 1989 मे डॉक्टर उषा गुप्ता वाराणसी के नर्सिंग होम में जन्मी आकांक्षा बचपन से ही जीवट और मेघावी है..उसके चाचा एवम प्रदेश के बड़े कर्मचारी नेता संतोष कुमार यादव ने बताया की आकांक्षा ने लालगंज के सरस्वती शिशु मंदिर मे छोटी सी गोल्डी के रूप में प्रवेश किया और सदैव टॉप किया . स्वर्गिया सुषमा स्वराज जी ने अपनी गोद मे उठाकर उसे आशीर्वाद दिया था ,चिल्ड्रेन कालेज आजमगढ़ की मेघावी स्कॉलर रही.. इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से बायोटेक मे टॉपर रही.. पीजीआई और बीएचयू से रिसर्च किया. आईआईटी टॉपर डॉक्टर संदीप से शादी के बाद जर्मनी पहुंची.. कोरोना कॉल के बाद अकस्मात पति संदीप की दोनो किडनी फेल्योर की दशा में स्वयं किडनी डोनेट करने का निर्णय लिया .. वह फिर टॉप कर गई.. हमे उस पर पर गर्व है..
संतोष यादव ने वार्ता के दौरान बताया कि
मेरी प्रिय बेटी/भतीजी आजमगढ़, उत्तरप्रदेश ही नही बल्कि भारत की बेटी आकांक्षा है अपने पति संदीप यादव के जीवन रक्षा के लिए जर्मनी में किडनी डोनेट कर रही है… प्रार्थना करें की एक भारतीय नारी का पति और मानवता के प्रति समर्पित यह ट्रांसप्लांट सफल हो..