दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा केन्द्रीय कारागार फिरोज़पुर में तीन दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन एवं भजन संकीर्तन का कार्यक्रम किया गया आयोजित
फिरोजपुर 02 दिसंबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा केंद्रीय कारागार फिरोजपुर में तीन दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन एवं भजन संकीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया
अपने प्रवचनों के दौरान श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्य स्वामी डॉ सर्वेश्वर जी ने बन्दी भाईयों को अपराध को छोड़कर ईश्वर भक्ति करने के लिए प्रेरित किया। स्वामी जी ने कहा कि मानव तन को पाकर हमें प्रभु के दर्शनों के लिए प्रयास करना चाहिए नहीं तो हमें बाद में पछताना पड़ेगा। चिंतन के विविध स्तरों को बताते हुए उन्होंने कहा कि चिंतन के दो स्तर हैं उत्कृष्ट चिंतन एवं निकृष्ट चिंतन।जहां उत्कृष्ट चिंतन व्यक्ति का उत्थान कर उसे स्वामी विवेकानंद,दयानंद सरस्वती व शिवाजी जैसे महान व्यक्तित्व में लाकर खड़ा कर देता है वहीं निकृष्ट चिंतन से व्यक्ति पतन की गहराइयों में गिर जाता है। कार्यक्रम के दौरान स्वामी कुलबीरानंद एवं महात्मा गुरप्रीत जी ने प्रार्थना एवं प्रेरणादायक भजनों का गुणगान किया।स्वामी धीरानन्द जी ने कहा कि हमें आपसी ईर्ष्या,द्वेष एवं नफरत का त्याग कर प्रेम से रहना चाहिए। स्वामी धीरानंद जी ने बंदी भाइयों से राष्ट्र के निर्माण में सहयोग करने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि हमारा दायित्व है कि हम भारत को जगद्गुरु बनाने में अपना सहयोग अर्पित करें। केवल अध्यात्म में ही वह शक्ति है जिससे हम स्वयं के जीवन को संवार कर एक उत्तम राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।अध्यात्म के बल पर ही भारत एक बार फिर जगतगुरु कहलाएगा। इस अवसर पर सेशन जज वरिंदर कुमार अग्रवाल,सीजेएम एकता उप्पल, जेल अधीक्षक बलजीत सिंह वैद, उप अधीक्षक जेल योगेश जैन एवम् शिव चंद भी विशेष रुप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सन्त समाज ने “मेरा रंग दे बसन्ती चोला” देशभगती गीत गाकर सारा वातावरण देशभगति के रंग से भर दिया। स्वामी जी ने सेशन जज वरिंदर कुमार अग्रवाल जी को तिहाड़ जेल में सुधरे कैदियों के जीवन पर आधारित “सुधरकर बने सुधारक” पुस्तक भी भेंट की। सीजेएम एकता उप्पल जी की ओर से बंदी सुधार कार्यक्रम के लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का धन्यवाद किया गया।