आचार्य श्याम भाई ठाकर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा जीवन में गुरुओं की प्रेरणा व मार्गदर्शन में सफलता मिलती है।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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गुरु की प्रेरणा से ही पुराणों का नियमित अध्ययन कर भारतीय संस्कृति की सेवा में लगे हुए हैं आचार्य श्याम भाई ठाकर।
कुरुक्षेत्र, 2 दिसम्बर : जयराम विद्यापीठ में श्रीमद भागवत कथा कर रहे आचार्य श्याम भाई ठाकर ने अपने जीवन की सफलता एवं ख्याति पर पत्रकारों से चर्चा में कहा कि गुरुओं की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से ही उन्हें जीवन में सफलता मिलती है। उन्होंने बताया कि गुरूजन इस भारतीय संस्कृति की सेवा के लिए अपना सारा जीवन लगा देते हैं। उन्हीं की प्रेरणा से पुराणों का नियमित अध्ययन कर भारतीय संस्कृति की सेवा में लगे हुए हैं। आचार्य श्याम भाई ठाकर ने बताया उनके पूज्य गुरु रमेश भाई ओझा से ही उन्हें प्रेरणाएं प्राप्त हैं। उन्हीं की सेवा में श्रीमद् भागवत इत्यादि अध्ययन हुआ। जयराम विद्यापीठ में रमेश भाई ओझा कई बार कथा कर चुके हैं। उन्हें भी गीता जयंती के अवसर पर श्रीमद् भागवत का फिर से कथा करने का अवसर मिला है। आचार्य श्याम भाई ठाकर ने अपने जीवन की सफलताओं का श्रेय अपने गुरुओं को दिया। इस मौके पर गीता जयंती पर सेवा के लिए उन्होंने श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी का आभार व्यक्त किया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए आचार्य श्याम भाई ठाकर।