ग्राम पंचायत अधिकारी नहीं मान रहे वीडियो का आदेश बंद पड़े पंचायत घर
कन्नौज । शासन के निर्देश पर जलालाबाद बीडीओ द्वारा प्रभावी ढंग से एक नया रोस्टर जारी किया गया है। जिसमें सभी सचिवों के लिए ग्राम पंचायत के मिनी सचिवालय पर उपस्थित रहने का दिन व समय भी निर्धारित किया गया है।बीडीओ द्वारा जारी रोस्टर के अनुशार ग्राम पंचायत मतौली के सचिव को सोमवार को सुबह 9.30 बजे से 12 बजे तक मिनी सचिवालय भवन पर ग्रामीणों के समस्याओं के निस्तारण के लिए बैठना था।लेकिन करीब 11 बजे देखा गया कि सचिव तथा पंचायत सहायक दोनों गांव के पंचायत भवन पर मौजूद नहीं थे।पूछे जाने पर वहां के लोगों ने बताया कि सचिव को ग्राम पंचायतों में जब कोई विशेष जरूरी काम होता है तभी आते हैं और चले जाते हैं।वह कब आये और चले गए इस बात से लोग अनजान हैं।ऐसे में ग्राम पंचायतों के लिए जारी किया गया रोस्टर बेमतलब साबित हो रहा है।शासन द्वारा ग्रामीणों की सुविधा के लिए ग्राम पंचायतों में सचिवों की उपस्थिति के लिए रोस्टर जारी किया गया,ताकि ग्रामीण जनता को भागदौड़ न करना पड़े लेकिन जलालाबाद ब्लाक पर तैनात कुछ सचिव शासन के मंशा पर पानी फेर रहे हैं।ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी ब्लाक के रोस्टर जारी करने वाले अधिकारी को नहीं है,लेकिन यह अधिकारी अपने कर्मचारी द्वारा किए जा रहे लापरवाही को नजर अंदाज में लगे हुए हैं।उन्हें गांव के लोगों की समस्याओं के समाधान की परवाह नहीं है।सचिवों के ग्राम सचिवालय में न बैठने के कारण ब्लाक मुख्यालय पर सचिवों के इंतजार में हर दिन ग्रामीणों को देखा जा सकता है।लेकिन जलालाबाद ब्लाक पर तैनात ग्राम पंचायत मतौली सचिव द्वारा किये जा रहे मनमानी पर ना तो ब्लाक प्रशासन ही सख्त हो रहा है,और ना ही जिला प्रशासन।यही कारण है कि उपरोक्त गांव के सचिव अपने तो मनमानी करने पर उतारू हैं।इस संबंध में जब खण्डविकास अधिकारी रामकिशोर वर्मा से बात की उन्होंने बताया कि सचिवों को जारी रोस्टर के निर्देशानुसार अपनी ग्राम सचिवालय में बैठना चाहिए।अगर ऐसा है तो सचिव पर कार्यवाई की जाएगी।