बौद्धिक रीति से हुआ दिवंगत राम स्वरूप राम का श्रध्दांजलि सभा
भंते बुद्ध प्रकाश ने दिखाया वैज्ञानिक कला का प्रदर्शन,शरीक हुए कई गणमान्य
हाजीपुर(वैशाली)जिले के जन्दाहा प्रखंड क्षेत्र के रसूलपुर गांव निवासी रमण कुमार रमण शिक्षक के चाचा जी राम स्वरूप राम का बीते दिनों निधन हो गया था।जिसके बाद उनके आवास पर ही शोकसभा एवं श्रद्धांजली कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जो बौद्धिक रीति-रिवाज से संपन्न हुआ।इस दौरान बौध्दिक समाज के मशहूर जादूगर भंते जी प्रकाश ने एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक कला का अद्भुत प्रदर्शन किया और लोगों को अंधविश्वास से बचने की अपील की।इस कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्या रीना रागिणी ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज में फैले अंधविश्वास को खत्म करना ही भगवान बुद्ध का धर्म था।उन्होंने समाज को एक सूत्र में बांधकर अंधकार से प्रकाश की ओर लाया।आज दुनियाभर में सबसे ज्यादा बुद्ध की चर्चा है।इस अवसर पर सभी मौजूद लोगों ने मृत्युभोज नहीं करने का संकल्प भी लिया।कार्यक्रम में भारतीय मूलनिवासी सांस्कृतिक मंच के राम नरेश यादव,सेवानिवृत्त डीएसपी सकलदेव पासवान,पूर्व मुखिया धमौन अजय कुमार विजय,विजय कुमार यादव समस्तीपुर,स्वर्गीय चंद्र शेखर लंकेश,सेवानिवृत्त डाक बाबू चंदेश्वर राम,शिव शंकर राम,रवि कुमार भदवास,डॉक्टर नरेश सिंह यादव भदवास,नंद लाल राम चांदपुरा,राम सुन्दर राम शिक्षक,सुधीर कुमार शिक्षक,इंदल पासवान,हरिनारायण राम,राम नरेश दास,संजय बिहारी,राम इकबाल राम,विश्वनाथ राम,इंजीनियर राम प्रीत राम,धर्मेंद्र कुमार,बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद अकबर अली समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित हुए।कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त शिक्षक हीराराम एवं संचालन डॉक्टर हरेन्द्र राम ने किया।जबकि अतिथियों का स्वागत सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक राम प्रसाद राम ने किया।वहीं कार्यक्रम के अंत में शिक्षक रमण कुमार रमण ने सभी का धन्यवाद किया।
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