संसार के जीवो पर आशा न किया करना ,जब कोई ना हो अपना हरि नाम जपा करना ll
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी महाराज ने प्रवचन करते हुए आज कर्म के साथ यदि ज्ञान व भक्ति का सुंदर समन्वय स्थापित कर दिया जाए तो जहां एक ओर हमारा हर कर्म पूजा कहलाने का अधिकारी हो सकेगा ,वही हमारे जीवन का सौंदर्य निखर उठेगा व जिस सच्चे सुख आनंद से लाख प्रयास के बावजूद वंचित थे उसे प्राप्त करने का अधिकारी बन सकेंगे हमारा जीवन उच्चता दिव्यता महानता से भर उठेगा ,उन्होंने कहा कि संसार में कोई भी व्यक्ति रूप धन कुल या जन्म से नहीं अपितु अपने कर्मों से महान बनता है ,उन्होंने कहा कि जीवन में विनम्रता सरलता सादगी संयम को अपनाना चाहिए ,कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए इस संसार में लोग हमें याद ही नहीं बल्कि अच्छाई से सदैव याद रखें ,ऐसा कुछ ना बोलें जिससे किसी के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचे किसी का दिल दुखे या प्रेम एकता सद्भाव नष्ट हो जाए , कलह क्लेश वैमनस्य पैदा हो जाए हमारे हृदय उदार विशाल होने चाहिए उन्होंने कहा कि आज मनुष्य का मस्तिष्क विशाल तथा हृदय सूक्ष्म होता चला जा रहा है, इंसान को अकड़ अभिमान से बचना चाहिए उन्होंने कहा कि यदि व्यक्ति स्वयं की सहायता करें ईश्वर भी उसकी सहायता करता है ,सबसे महान व्यक्ति वह है जो व्यक्ति विश्वास के साथ सत्य का अनुसरण करता है, मनुष्य को अपने जीवन को श्रेष्ठ मर्यादित बनाने के लिए जहां से अच्छा मिले ग्रहण करके अपने जीवन को समाज के लिए कल्याणकारी श्रेष्ठ व मर्यादित बनाना चाहिए ,अपने धारा प्रवाह प्रवचन से उन्होंने सभी भक्तों को मंत्रमुग्ध भाव विभोर कर दिया सारा वातावरण भक्ति भक्तिमय हो उठा श्री गुरु महाराज जी की जय कामां कन्हैया की जय लाठी वाले भैया की जय जय कार से वातावरण गूंज उठा भक्त भाव विभोर हो उठे भक्तों ने श्री महाराज जी का भव्य स्वागत किया, आयोजक उपस्थित मनजीत सिंह, रोशन लाल अरोरा, संजीव कुमार सक्सेना, अक्षय कुमार सक्सेना, एसडी शर्मा, अतुल गर्ग, संजीव गर्ग, अरविंद जौहरी भजन गायक जगदीश भाटिया, आदि का सहयोग रहा ।