पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे उपर प्रभाव डाल रहा है रेडियो : निदेशिका बिंदु शर्मा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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सुनाने से पहले सुनने की अपने अंदर लानी होगी कला :पुरुषोत्तम।
कुवि के जनसंचार एवं मीडियो प्रौद्योगिकी संस्थान में रेडियो दिवस पर कार्यक्रम आयोजित।
कुरुक्षेत्र 13 फरवरी : प्रोफेसर बिन्दु शर्मा ने बताया कि रेडियो जन-जन का माध्यम है जिसका राष्ट्र विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा वर्तमान में रेडियो की प्रासंगिकता बढी है। आज के युवाओं का रेडियो के प्रति लगाव बढ़ता जा रहा है। उन्होंने डिजीटल वर्ल्ड का जिक्र करते हुए बताया कि सैटेलाइट तथा रेडियो वैबसाइट के माध्यम से भी लोग रेडियो का आनन्द उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेडियो सबसे लोकप्रिय माध्यमों में से एक बना हुआ है जिसका प्रभाव पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे ऊपर पड़ रहा है। प्रोफेसर बिन्दु शर्मा ने कहा कि मल्टीमीडिया, ग्राफिक्स एवं एनिमेशन, विज्ञापन एवं फिल्मों में आवाज की बहुत अधिक महत्ता है और इसमें करियर की अपार संभावनाएं हैं। जनसंचार संस्थान में पढाए जा रहे विभिन्न पाठयक्रमों के द्वारा विद्यार्थियों को ध्वनि से जुड़ी विभिन्न तकनीकों का अध्ययन करवाया जाता है।
आकाशवाणी से एक लम्बे समय से जुडे़ संगीत विभाग के शिक्षक डॉ. पुरूषोतम ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज रेडियो आम-जन के जीवन का हिस्सा बन चुका है। रेडियो हमें व्यवहार सीखाता है। उन्होंने कहा कि रेडियो सुनकर हमारी वाणी में एक मिठास आने लगती है। इसके साथ-साथ हमारा शुद्ध उच्चारण और भाषा का ज्ञान भी बढ़ता है। उन्होंने विद्यार्थियों को आह्वान करते हुए कहा कि वे रेडियो सुने, लगातार सुने, जिन्हें रेडियो की आदत नहीं है वे भी आदत डालें तथा अपने करियर में भी रेडियो को अपनाएं। उन्होंने बताया कि रेडियो को विश्व दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत 13 फरवरी 1946 को यूनेस्को द्वारा की गई रेडियो हर वर्ग के लिए अपने कार्यक्रम बनाकर लोगों का मनोरंजन शिक्षित व जागरूक कर रहा है। संस्थान के तकनीकी संचालक राजेश शर्मा ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को याद करते हुए एक गीत गाया जो कि विद्यार्थियों के मन को छू गया और सब मंत्रमुग्ध हो गये।
इस कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्राध्यापक डॉ. आबिद अली एवं डॉ रोशन द्वारा किया गया। डॉ. आबिद ने कहा कि विभिन्न जनमाध्यमों में आज भी रेडियो की गरिमा कायम है। जब कभी रेडियो ऑन होगा यह प्रेरित करेगा, ऊर्जा देगा और समाधान करेगा। इस मौके पर संस्थान के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. मधु दीप सिंह, डॉ. रोमा सिंह, डॉ. तपेश किरण, डॉ. अभिनव, रीतू, सुनीता, गौरव, राहुल, नितिन, डॉ सपना, अतुल मिश्रा, एवं सभी शिक्षक, छात्र एवं छात्राएं मौजूद थे।