जयराम विद्यापीठ में चल रहे दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान का हुआ समापन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान महा पूजा है : आचार्य रणबीर भारद्वाज।
कुरुक्षेत्र, 31 मार्च : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ की मुख्य यज्ञशाला में नौ दिन तक नवरात्रों के अवसर पर सर्वकल्याण की भावना से दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान एवं महामृत्युंजय मंत्र पाठ जाप चला। शुक्रवार को दसवें दिन हवन की पूर्णाहुति एवं भंडारे के साथ समापन हुआ। ब्रह्मचारियों के साथ अनुष्ठान करवा रहे प्राचार्य रणबीर भारद्वाज ने बताया कि यह महा पूजा का त्यौहार है और इस में दुर्गा सप्तशती पाठ एवं महामृत्युंजय पाठ अनुष्ठान की तो विशेष महिमा है। उन्होंने बताया कि इस महा पूजा में सौभाग्यशाली लोगों को ही मां भगवती की कृपा से शामिल होने का अवसर प्राप्त होता है। प. रणबीर भारद्वाज ने कहा कि यह शक्ति और ईश्वरीय शक्ति की देवी दुर्गा को समर्पित है। उन्होंने बताया कि हमारी धार्मिक परम्पराओं अनुष्ठानों में दुर्गा पूजा से संबंधित अनुष्ठानों की एक लंबी सूची है। नवरात्रों में देवी दुर्गा सप्तशती पाठ व अनुष्ठान पूजा सबसे अधिक कल्याणकारी है। इसके बिना मां दुर्गा की पूजा अधूरी मानी जाती है। इस अवसर पर श्रवण गुप्ता, के. के. कौशिक, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला, सुरेंद्र गुप्ता, सतबीर कौशिक व रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे ।
जयराम विद्यापीठ में अनुष्ठान के समापन अवसर पर मंत्रोच्चारण करते हुए आचार्य प. रणबीर भारद्वाज एवं ब्रह्मचारी।