हिसार की पावन धर्रा पर पहली बार ज्योतिर्मठाधीस शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द का पदार्पण।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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हिसार : जोशीमठ – उत्तराखंड के बद्रिकाश्रम में आदि शंकराचार्य द्वारा आठवीं शताब्दी में स्थापित ज्योतिर्मठ के 53 वें एवं वर्तमान मठाधीश श्री श्री 1008 श्री जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज का पहली बार 19 मई को हिसार की पावन धर्रा पर आगमन होगा। उनके आगमन पर सेवा फाउंडेशन के तत्वाधान में अग्रसेन भवन में भव्य स्वागत किया जायेगा। यह निर्णय डी एन कालेज रोड स्थित सजग के कार्यालय वास्तु हब में सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष संजय डालमिया, मुख्य संरक्षक दीपक गर्ग, सत्य पाल अग्रवाल एवं दयानंद बंसल, उत्तराखंड स्थित शंकराचार्य जनकल्याण न्यास के मिडिया प्रभारी एवं ज्योतिर्मठ बद्रीकाश्रम शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के एडवांस प्रोग्राम को-आर्डिनेटर पंडित देव दत्त दुबे और पण्डित आनंद उपाध्याय बीच हुई बैठक में लिया गया।
सेवा फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक दीपक गर्ग व अध्यक्ष संजय डालमिया ने बताया कि पहली बार हिसार में पदार्पण कर रहे शंकराचार्य के स्वागत के बाद उनकी धर्म सभा, प्रवचन सहित अन्य सभी कार्यक्रमों के आयोजन करवाने पर निर्णय हेतु शीघ्र ही फाउंडेशन की कार्यकारिणी का पूर्ण गठन कर बैठक बुलाई जाएगी। इस मौके पर सेवा फाउंडेशन के सभी सदस्य मौजूद रहे।