मारकंडा नदी के ओवरफ्लो एवं बाढ़ के पानी से सैंकड़ों एकड़ फसलों को बचाने के करीब एक दर्जन गांवों के लोगों का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिला।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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सड़क निर्माण के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग को लेकर उपायुक्त के पास पहुंचे करीब एक दर्जन गांवों के किसान।
किसानों की मांग को लेकर हरियाणा शुगर केन बोर्ड सदस्य एवं जजपा नेता डा. जसविंदर खैरा भी उपायुक्त से मिले।
कुरुक्षेत्र, 10 अप्रैल : कुरुक्षेत्र के उपायुक्त शांतनु शर्मा से उनके कार्यालय में हरियाणा शुगर केन बोर्ड सदस्य एवं जजपा नेता डा. जसविंदर खैरा के नेतृत्व में मारकंडा नदी के ओवरफ्लो एवं बाढ़ के पानी से सैंकड़ों एकड़ फसलों को बचाने के करीब एक दर्जन गांवों के लोगों का प्रतिनिधिमंडल मिला। उपायुक्त ने किसानों की बात को गंभीरता से सुना और इस मौके पर अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी सहित गुरनाम सिंह सैनी, जगतार सिंह जैतका, लखविंदर सिंह, नसीब सिंह, मुख्तियार सिंह, महिंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह, सुखदेव सिंह, जरनैल सिंह, नाजर सिंह, कश्मीर सिंह, बलविंदर सिंह, सुखबीर सिंह, मलिक सिंह, सतपाल सिंह, बलकार सिंह, तरसेम सिंह, सुरेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, हरबंस सिंह, तरसेम सिंह, सुखदेव सिंह, लखविंदर सिंह, विकास शर्मा, पुष्पेंद्र, तेजपाल सिंह, रमेश कुमार, बूटा सिंह इत्यादि ने गांवों की तरफ से मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा।
महंत जगन्नाथ पुरी एवं डा. जसविंदर खैरा ने बताया कि उपायुक्त ने किसानों की बात को सुना है और कहा कि वे इस संबंध में जानकारी हासिल करेंगे। डा. खेरा ने कहा कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए उपायुक्त मौके का निरीक्षण भी करेंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले करीब एक सप्ताह से मारकंडा नदी की बाढ़ एवं पानी के ओवरफ्लो के कारण प्रभावित किसान सरकार से सड़क के निर्माण कार्य में उचित व्यवस्था करने की गुहार लगा रहे हैं। आज किसान अपनी मांग को लेकर उपायुक्त के कार्यालय में पहुंचे थे। किसान अब जिला प्रशासन के साथ राज्य के बड़े नेताओं तक पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं।
महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि अगर किसानों ने बकायदा राज्य सरकार के मंत्रियों एवं अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया है। मारकंडा नदी से प्रभावित होने वाले गांवों के सरपंचों ने कमेटी बनने के बाद नियमानुसार अपनी पंचायतों में प्रस्ताव भी पारित करने शुरू कर दिए हैं ताकि सरकार से समस्या का समाधान जल्द हो।
जजपा नेता डा. जसविंदर खैरा के अनुसार किसानों की सड़क के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग जायज है। वे किसानों की मांग को लेकर हरियाणा उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से भी मिलेंगे। किसानों की मांग राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार तक पहुंचाई जाएगी। कुरुक्षेत्र के उपायुक्त को भी किसानों की समस्या का समाधान करने के लिए उचित कदम उठाना चाहिए।
किसानों का कहना है कि नई सड़क एन. एच. 152 जी को बनाने की जो योजना है उससे करीब एक दर्जन गांवों की सैंकड़ो एकड़ फसलों को मारकंडा के ओवरफ्लो तथा बाढ़ पानी से भारी नुकसान होगा जो किसान सहन नहीं कर सकते हैं। किसान लगातार प्रशासन एवं सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी से व्यवस्था ठीक करने की गुहार लगा रहे हैं।
ठसका मीरां जी, अजमत पुर, मेघा माजरा, जलबेहड़ा, दुनिया माजरा, खंजर पुर मोहम्मद शाह, श्री नगर, मांडी, पीपली माजरा इत्यादि के किसानों का कहना है कि नई सड़क एन. एच. 152 जी के निर्माण कार्य में व्यवस्था अगर ठीक न की गई तो उनकी सैंकड़ों एकड़ फसल के बर्बाद होने का खतरा है। वह बार बार मांग कर रहे है कि छोटे पाइपों एवं पुलिया से मारकंडा का ओवरफ्लो पानी का समाधान नहीं हो सकता है। सड़क के बनने से बाढ़ का खतरा अधिक रहेगा।
किसानों ने बताया कि उनके गांवों का काफी क्षेत्र सहित ठसका मीरां जी के डेरे एवं डेरा बाबा मारकंडा फ्लड एरिया (बाढ़ प्रभावित क्षेत्र) में आते हैं। अगर सड़क निर्माण कार्य ठीक न किया गया तो इस क्षेत्र के गांव एवं डेरे ओवरफ्लो पानी में डूब जायेंगे। किसानों ने सरकार को लिखे पत्र में भी कहा है कि सरकार ने जलबेहड़ा बांध से मोहम्मद शाह बांध तक इसे ओवरफ्लो पानी की निकासी के लिए खुला छोड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में अब सड़क निर्माण हो रहा है। किसानों का कहना है कि बीते वर्षों में भी इस क्षेत्र में अवरोध आने से ओवरफ्लो बाढ़ का पानी आने से किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसल एवं डेरों को नुकसान पहुंचा था। किसानों का कहना है कि सरकार ओवरब्रिज बनाकर किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने से बचा सकती है।
कुरुक्षेत्र सचिवालय में उपायुक्त से मिलने पहुंचा किसानों का प्रतिनिधिमंडल हरियाणा शुगर केन बोर्ड सदस्य एवं वरिष्ठ जजपा नेता डा. जसविंदर खैरा के साथ। उपायुक्त शांतनु शर्मा को समस्या से अवगत करवाते किसान।