भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों से बच्चों को अवगत करवाएं : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार ही बच्चों का जन्मदिन मनाएं : महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 13 अप्रैल : जग ज्योति दरबार के धर्म प्रचार के कार्यक्रमों के अंतर्गत साप्ताहिक सत्संग में महंत राजेंद्र पुरी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों से अपने बच्चों को अवगत करवाएं तथा उसी के अनुसार शिक्षा दिलाएं।
उन्होंने इस मौके पर देश और प्रदेश वासियों को बैसाखी की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि बैसाखी का त्यौहार सभी धर्म के लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है। पंजाब में बैसाखी के पर्व को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। सिखों के लिए यह पर्व नव वर्ष का आरंभ होता है। बैसाखी के पर्व का सीधा संबंध फसल से भी है, इस दिन से पक कर तैयार हो चुकी फसल की कटाई आरंभ हो जाती है। दीपावली के त्यौहार की तरह ही इस त्योहार के आने से पहले ही तैयारियां होना शुरू हो जाती है। लोग अपने अपने घरों की सफाई में लग जाते हैं।
महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि हिंदू और देश के लगभग सभी लोग अपने संस्कार और धर्म नीतियों को भूलते जा रहे हैं। हम अपने बच्चो का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। मित्र, प्यारे रिश्तेदार इत्यादि सभी लोगों को निमंत्रण देते हैं। खान पान का प्रबंध करते हैं और केक काटकर जन्मदिन पूर्ण होता है। केक काटने से पहले मोमबत्ती जलाकर फूंक मारने की विधि आधुनिक तकनीक चला दी गई है। विडंबना यह है कि हिंदू धर्म में ज्योत जलाना शुभ माना जाता है। बुझाना नहीं। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के अनुसार जन्मदिन मनाया जाए। परंतु सभी आधुनिक विधि विधान करते हुए मोमबत्ती की जगह देसी घी की ज्योत जलाई जाए और जन्मदिन पूर्ण हो जाने पर उसी ज्योति को घर के मंदिर में या घर में रखा जाए। उससे बच्चों को भगवान का आशीर्वाद भी मिलेगा और शुभ मंगल माना जायेगा।
दरबार से सेवक राजकुमार ने बताया कि महंत राजेंद्र पुरी के आदेशानुसार आगामी 20 अप्रैल को जग ज्योति दरबार में भगत शिरोमणि धन्ना जी की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी।