डा. भीमराव अंबेडकर ने नारी मुक्ति, जाति विहीन समाज व अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ी : प्रो. सोमनाथ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में श्रद्धासुमन अर्पित।
कुरुक्षेत्र 14 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रांगण में स्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर शुक्रवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर उन्होंने सभी कर्मचारियों को अम्बेडकर जयंती की शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर 20वीं शताब्दी के श्रेष्ठ चिन्तकों में से एक रहे हैं। वे एक ओजस्वी लेखक, यशस्वी वक्ता थे। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाकर लोगों को एकजुट किया। उन्होंने महात्मा बुद्ध, कबीर, संत रविदास और महात्मा ज्योतिबा फुले की परम्परा को आगे बढ़ाया।
इस मौके पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनिल वशिष्ठ, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. राजपाल शर्मा, प्रो. अमित लूदरी, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. दिलीप कुमार, डॉ. सीआर जिलोवा, प्रो. परमेश कुमार, कुटा प्रधान डॉ. आनंद कुमार, डॉ. महाबीर रंगा, डॉ. रमेश सिरोही, डॉ. हुकम सिंह, प्रो. गोपाल प्रसाद, प्रो. अनिल गुप्ता, डीवाईसीए के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया, लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. सतीश, डॉ. जितेन्द्र खटकड़, डॉ. हरविन्द्र राणा, अनिल लोहट, रूपेश खन्ना सहित शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद थे।