संबंध स्थापित करना हो तो जगदीश से करो पंडित गोपाल कृष्ण मिश्रा
मुझको यकीन है आएगा मेरा यार सावरा ,अपना मुझे बनाएगा मेरा यार सावरा…
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : राजेंद्र नगर स्थित बाबा श्री नीलकंठ मंदिर ट्रस्ट के पावन वार्षिकोत्सव के अवसर पर शांतिवन कल्याण मिशन ट्रस्ट के पावन तत्वाधान में ,दिव्य श्रीमद् भागवत कथा के अंतर्गत कथा व्यास पंडित गोपाल कृष्ण मिश्रा ने आज कथा के सप्तम दिवस दिव्य भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं के साथ-साथ द्वारिका लीलाओं का वर्णन किया, जिसमें विशेष रूप से कथा व्यास ने सुदामा चरित्र का वर्णन किया ,मित्रता कैसी होनी चाहिए यह भगवान से सीखना है, संसार के व्यक्ति संबंध निभाना नहीं जानते हैं, संबंध निभाना अगर जानते हैं तो वह सिर्फ और सिर्फ हमारे श्री बांके बिहारी जानते हैं, हमारे प्रभु जानते हैं ,इसलिए कोई भी संबंध बनाए तो भगवान से बनाएं मीरा ने भगवान से संबंध बनाया, मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई भगवान, ने संबंध को निभाया सूरदास रसखान स्वामी श्री हरिदास जी महाराज आदि अनेक संतों ने भगवान संबंध स्थापित किया तो भगवान ने इनके जीवन में आकर के दर्शन दिया ,मित्र का संबंध बनाना है तो भगवान से ही बनाइए, भगवान सुदामा से मित्रता की सुदामा के पास कुछ भी नहीं था, भगवान सुदामा को केवल और केवल दो मुट्ठी चावल खा कर के उनको दो लोक का अधिपति बना दिया ,दो लोक का राज्य दे दिया ,लीला पुरुषोत्तम भगवान इसी के साथ कथा व्यास ने कथा विश्राम में ब्रज की होली उत्सव का दर्शन कराया, सभी भक्तों ने होली उत्सव की कथा विश्राम में भागवत जी की सामूहिक आरती करी ,आज बिरज में होली रे रसिया श्याम संग श्यामा बोली चलो खेलेंगे होली ,”भावपूर्ण भजन गायक जगदीश भाटिया ने भजन गाया, मुझको यकीन है ,आएगा मेरा यार सावरा, अपने गले लगाएगा मेरा यार सावरा ,भजनों पर सभी भक्तों ने आनंद प्राप्त किया, सभी भक्तों ने उत्सव में भाग लिया। कल सुबह हवन व भंडारे के साथ विश्राम होगा।