वृन्दावन में धूमधाम से निकाली गई भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा।
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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संवाददाता वृंदावन – महेश्वर गुरागाई।
वृन्दावन : भगवान श्रीपरशुराम शोभायात्रा समिति के द्वारा भगवान परशुराम की भव्य एवं विशाल शोभायात्रा समूचे नगर में धूमधाम से निकाली गई। जिसमें नगर के सभी विप्र संगठनों ने बढ़-चढ़ भाग लिया। डॉ. केशवाचार्य महाराज के संयोजन में यह शोभायात्रा रमणरेती क्षेत्र स्थित परशुराम पार्क से प्रारम्भ होकर हरुनिकुंज चौराहा, विद्यापीठ चौराहा, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर मार्ग, वनखंडी, लोई बाज़ार, रेतिया बाजार, प्रताप बाज़ार, अनाज मंडी एवं नगर निगम चौराहा होते हुए रंगनाथ मन्दिर पर सम्पन्न हुई।
20 भव्य झांकियों, 6 बैंड, कई पैदल झांकियों से सुसज्जित इस शोभायात्रा में 10 फुट ऊंचे भगवान परशुरामजी अत्यधिक आकर्षण का केंद्र रहे। लोग उनके आगे सेल्फी लेते देखे गए।जिसका समूचे नगर वासियों ने जगह-जगह पूजा-अर्चना व पुष्पवर्षा कर एवं ठंडाई-शर्बत पिला करके जोरदार स्वागत किया।
शोभायात्रा समिति के मुख्य संयोजक डॉ. केशवाचार्य महाराज व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि भगवान परशुराम हम सभी के परमाराध्य हैं।पृथ्वी पर उनका अवतरण धर्म की रक्षा और अधर्म का नाश करने के लिए हुआ था।उनकी स्मृति में निकाली गई इस शोभायात्रा को भव्य व सफल बनाने में सभी विप्र बन्धुओं ने तन-मन-धन से सहयोग किया है। साथ ही भारी संख्या में शामिल होकर विप्र एकता का संदेश दिया है।
शोभायात्रा में पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, सत्यभान शर्मा,चंद्रलाल शर्मा, सुरेशचंद्र शर्मा, सुभाष गौड़ (लाला पहलवान), डॉ. मनोजमोहन शास्त्री, पंडित राधाकृष्ण पाठक, हितेंद्र गोस्वामी, आचार्य मारुतिनंदन वागीश,अमर बिहारी पाठक, यदुनंदनाचार्य महाराज, लीला गौतम,आचार्य रामविलास चतुर्वेदी, डॉ. राधाकांत शर्मा, वेदांत आचार्य, भजन गायक बनवारी महाराज,संत गोपेश बाबा,बाबा कर्मयोगी महाराज, आचार्य करुण गोस्वामी, आशीष गौतम, पंडित बिहारीलाल शास्त्री, आचार्य बद्रीश महाराज, आचार्य ईश्वरचंद्र रावत, श्यामसुंदर ब्रजवासी, पंडित रामकृष्ण गोस्वामी, कपिलानंद चतुर्वेदी, बनवारी लाल गौड़, पंडित योगेश द्विवेदी, एडवोकेट सुनील चतुर्वेदी,जगदीश गुरुजी, दिनेश कौशिक, विष्णुकांत भारद्वाज (ब्रजवासी भैया),पंडित रामबाबू शर्मा, पंडित ब्रजेश शर्मा, वीरपाल मिश्रा, भरत गौतम आदि के अलावा अनेकों विप्र बन्धुओं की उपस्थिति विशेष रही।