सैंकड़ों खाताधारकों का पैसा ब्याज सहित वापस करें बैंक ऑफ इंडिया : राजू वारसी
बैंक ऑफ इंडिया के साइबर अटैक से करोड़ों रूपए घोटाले मे बैंक कर्मियों की संलिप्तता की बिहार सरकार उच्च स्तरीय जांच कराए
हाजीपुर(वैशाली)वर्ष 2016 से 20 तक का बैंक ऑफ इंडिया शाखा महुआ से सैकड़ों खाताधारकों का पैसा अचानक गायब हो जाता है।वहीं 2017 में खाताधारकों ने बैंक कर्मियों को बंधक बना विरोध प्रदर्शन किया था।फिर प्रशासन के आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।बैंक ऑफ इंडिया द्वारा साइबर अपराधियों के खिलाफ महुआ थाना में कांड संख्या 17/18 दर्ज कराया गया है।उसके बाद कई अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई।फिर बैंक ऑफ इंडिया ने खाता धारकों का ग़ायब पैसों को वापस करने को लेकर कहा कि इंसाफ मंच के ज्ञापन के बाद कुछ सालों में कुछ खाता धारकों को पैसा दिया गया।वहीं बैंक प्रबंधक तथा कर्मियों द्वारा खाता धारकों को पैसा वापस नहीं करने को लेकर लोगों को बार बार बैंक बुला कर टाल मटोल कर अपने ट्रांसफर का इंतजार करने तथा नये बैंक प्रबंधक आने के बाद कहते हैं कि हमें इस संबंध में मालूम नहीं है। चलते चलते फिर ट्रांसफर हो जाता है ऐसे ग्राहकों का पैसा नहीं देने को लेकर बैंक ऑफ इंडिया खाताधारकों का पैसा गबन कर बैठीं है और इस घोटाले की जांच भी नहीं की गई है। खाताधारकों का करोड़ो रूपए के घोटाले की जांच उच्च स्तरीय तथा बैंक ऑफ इंडिया के कर्मियों की संलिप्तता की जांच हो तथा खाताधारकों का पैसा बिना शर्त अविलंब ब्याज सहित वापस करें। अन्यथा बैंक ऑफ इंडिया के खिलाफ जोरदार आंदोलन होगा।इस संबंध में बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंधक को इंसाफ मंच के जिलाध्यक्ष राजू वारसी ने ज्ञापन सौंपा।
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