रानीगंज भरगामा मोड़ के पास गंदे जल जमाव से होकर गुजरने को विवश लोग
अररिया रानीगंज मुख्य बाजार से भरगामा जाने वाली सड़क में भरगामा मोड़ के पास गंदे जल जमाव के कारण गुजरने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।जल जमाव के कारण लोगों के आवाजाही में परेशानी होती है।करीब सौ मीटर की दूरी पर सड़क से होकर जुजारने में सबसे ज्यादा पैदल चलने वाले राहगीरों को उठाना पड़ता है।हल्की बारिश के बाद भी जल जमाव के साथ जल निकासी का सुगम रास्ता नहीं होने के कारण जमा पानी से उठते सड़ांध के कारण अगल बगल के लोगों और दुकानदारों को काफी फजीहत झेलनी पड़ती है।ऐसा नहीं है कि यह कोई नया मामला है।जबसे सड़क का निर्माण किया गया और सड़क को ऊंचा करने के साथ बेतरतीब ढंग से ढलाई कर दी गई, तब से लोगों को इसी तरह के मुश्किलातों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासी अरुण कुमार मंडल ने कहा कि प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में रानीगंज से भरगामा होते हुए सुपौल के जदिया,त्रिवेणीगंज,मधेपुरा और सहरसा जाने के लिए सैकड़ों वाहन सड़क से होकर गुजरती है और सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है।जब इस रास्ते से पैदल या साइकिल या मोटरसाइकिल सवार गुजरते हैं और भारी वाहनों के कारण सड़क पर पसरा गंदा पानी राहगीरों को भींगो देता है।जिसके कारण आए दिन हादसों के साथ साथ आप में मारपीट की घटना होती है।लेकिन प्रशासन इस ओर सुधि नहीं ले रहा है। नीतू देवी ने कहा कि रानीगंज को जब नगर पंचायत में उत्क्रमित किया गया था तो यह आशा जगी थी कि कायाकल्प बदलेगा।लेकिन इतने माह बीत जाने के बावजूद नगर पंचायत प्रशासन को सुधि लेने की फुर्सत नहीं है।जन अधिकार परिषद के जिलाध्यक्ष और जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष प्रिंस विक्टर ने कहा कि रानीगंज बाजार में कई समस्याएं हैं।लेकिन प्रशासन की ओर से जनहित की समस्या को शुरू से ही नजरअंदाज किया जाता रहा है।उन्होंने कहा कि शुरू से ही रानीगंज की समस्याओं को लेकर वे आवाज बुलंद करते आ रहे हैं और इस मुद्दे पर भी अधिकारियों से बातचीत कर समस्या का निराकरण किया जाएगा और यदि प्रशासनिक स्तर पर पहल नहीं की गई तो समस्या निराकरण को लेकर जनांदोलन करने को विवश होंगे।