रबर फैक्ट्री की खाली पड़ी 1200 एकड़ जमीन पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने के लिए यूपीडा के वरिष्ठ भू अर्जन अधिकारी व तहसीलदार ने किया भूमि स्थल का निरीक्षण
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : फतेहगंज पश्चिमी में आज दोपहर के बाद लगभग दो बजे रबर फैक्ट्री की खाली पड़ी करीब 1200 एकड़ जमीन पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर वनाने के लिए यूपीडा के बारिष्ठ भू अर्जन अधिकारी वीपी श्रीवास्तव ने तहसीलदार प्रज्ञा सिंह के साथ भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया।कानून गो हरिद्वारी लाल,जगदीश गंगवार समेत राजस्व टीम भी मौजूद रही।
पिछले कई दशक से रबर फैक्ट्री की खाली पड़ी करीब 12 सौ एकड़ जमीन के मुद्दे पर सरकार गंभीर दिख रही है।इंडस्ट्रियल कॉरिडोर वनाने के लिए सरकार ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औधोगिक विकास प्राधिकरण(यूपीडा) को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है।जिसके चलते शुक्रवार को यूपीडा के बारिष्ठ भू-अर्जन अधिकारी वीपी श्रीवास्तव दोपहर के बाद शाम करीब पांच बजे रबर फैक्ट्री स्थल पर पहुंचे।मीरगंज तहसीलदार प्रज्ञा सिंह ने पूरी राजस्व टीम के साथ उन्हें खाली पड़ी भूमि का स्थलीय निरीक्षण कराया। उन्होंने पहले शंखा-अगरास रोड और बाद में रहपुरा रोड से भूमि का करीब एक घंटे तक कार से घूमकर निरीक्षण किया। बरेली में रुककर उन्होंने रबर फैक्ट्री भूमि के अभिलेखों का भी मुयायना किया है। स्थलीय निरीक्षण के समय उनके साथ तहसीलदार प्रज्ञा सिंह के अलावा कानून गो हरद्वारी लाल, जगदीश गंगवार,लेखपाल आदित्य सिंह ,शिशुपाल गंगवार आदि मौजूद रहे।पहले तो बरिष्ठ भू-अर्जन अधिकारी वीपी श्रीवास्तव ने मीडिया कर्मियों से बात करने को मना कर दिया।बाद में वीडियो नही वनाने की शर्त पर उन्होंने बताया की यूपी के हर जिला में निष्प्रयोग पड़ी भूमि पर चिंतन करके सरकार स्थलीय निरीक्षण करा रही है।इसी परिपेक्ष में उन्हें रबर फैक्ट्री की खाली पड़ी जमीन का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने की जिम्मेदारी दी गयी है। बताया उन्होंने निरीक्षण किया है।अभिलेख भी देखे है।यह पूरी रिपोर्ट वनाकर यूपीडा के द्वारा सरकार को सौंपी जाएगी।इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनेगा या नही यह निर्णय सरकार का होगा।