वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
शाहाबाद मारकंडा, 31 जुलाई : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय प्रभु अनुभूति भवन शाहाबाद में ब्रह्माकुमारीज : मुख्यालय की मुख्य सह प्रशासनिका राजयोगिनी मन मोहिनी दीदी जी का स्मृति दिवस श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया।
केन्द्र की प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी नीति दीदी ने बताया कि मन मोहिनी दीदी जी का जीवन आदर्श था। दीदी जी किसी भी परिस्थिति में किसी भी नियम मर्यादा में लूज नहीं होती थी। भगवान के हर आज्ञा का पालन करती थी। दीदी का जीवन त्याग तपस्या से भरपूर था। मन मोहिनी दीदी जी कभी किसी के बारे में व्यर्थ संकल्प का चिंतन नहीं करती थी। वह सदा सबके लिए शुभकामना रखती थी। देह भान से भी मुक्त दीदी में जरा भी अभिमान नहीं था। दीदी जी दृढ़ संकल्प और दृढ़ निश्चय के प्रतिमूर्त थी। दीदी के बोल में कभी अभिमान का अंश नहीं दिखाई देता था। वे आने वाले मेहमानों का बहुत ध्यान रखती थी। दीदी जी यज्ञ के इकोनॉमी का बहुत ध्यान रखती थी। वे सदा अनासक्त रहती थीं और एक एक को जिगरी पालना देकर स्नेह की भाषना देकर सभी का प्यार एक बाबा से जुड़वाती थीं। दीदी जी ने
एक-एक को निस्वार्थ प्यार दिया, जो और किसी में उनकी बुद्धि न जाए। वे किसी भी कार्य को पहले खुद करती थी, फिर दूसरों से करवाती थी। अपने कर्मों से दूसरों को सिखाती थी। उनका जीवन बिल्कुल एक्यूरेट था। इससे पहले राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी नीति दीदी व निजा दीदी ने दीदी मन मोहिनी जी को भावपूर्ण सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रोफेसर सुनील गुप्ता, जगदीश सभरवाल, पवन, रामकुमार, अमरनाथ, कपिल, रमन, साहिल, अनिल, सुरेंद्र, मीनू, आरती, सुखविंदर, सुनीता, शकुंतला, रमा, कमलेश, सुषमा, शैलजा, रजनी, शशि, प्रेम सहित काफी श्रद्धालु मौजूद थे।