उत्तराखंड: निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की सदस्यता निरस्त करने के मद्दे पर उठने लगे सवाल
उत्तराखंड: निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की सदस्यता निरस्त करने के मद्दे पर उठने लगे सवाल,
सागर मलिक संपादक
सार:पहाड़ अगेंस्ट करप्शन ने कहा, उमेश कुमार की विधानसभा सदस्यता निरस्त की जाए
स्पीकर के लंबे ‘ मौन’ पर उठने लगी उंगलियां
‘उमेश कुमार एवं चैंपियन पर आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाएं’
देहरादून। निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की दल बदल कानून के उल्लंघन सम्बन्धी याचिका पर स्पीकर ऋतु खण्डूड़ी की लंबी चुप्पी पर अब सार्वजनिक सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
आप पार्टी नेता व पहाड़ अगेंस्ट करप्शन के अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने गुरुवार को आहूत प्रेस वार्ता में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से विधायक खानपुर उमेश कुमार की विधानसभा सदस्यता निरस्त की जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा गाली गलौज एवं शास्त्र लहराना किसी भी जनप्रतिनिधि के निम्न स्तर के आचरण को दर्शाता है इसीलिए विधानसभा अध्यक्ष कार्रवाई करते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता निरस्त कर दें।
उन्होंने कहा कि विधायक समाज का दर्पण होता है और उसको देखकर युवा प्रेरित होते हैं लेकिन विधायक उमेश कुमार द्वारा इस प्रकार गाली गलौज करते हुए शास्त्रों को लहराना जैसी नीच हरकत को देवभूमि में कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि निर्वाचन आयोग को भी इसका संज्ञान लेते हुए विधायक उमेश कुमार एवं प्रणव चैंपियन दोनों पर आजीवन चुनाव लड़ने पर रोक लगा देनी चाहिए। इससे समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा।
यदि जनप्रतिनिधि अपना रवैया अपराधियों जैसा रखेंगे तो निर्वाचन आयोग ऐसी कठोर कार्रवाई भी कर सकता है ।
उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर भारतीय जनता पार्टी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस मसले पर अपना स्टैंड साफ करें । ऐसी चर्चा आम है कि उमेश कुमार को भाजपा से ही संरक्षण मिल रहा है।
उन्होंने कहा जिस प्रकार सोशल मीडिया पर दोनों गाली देते हुए और शास्त्र लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं वह बहुत अशोभनीय है । इसलिए मानवाधिकार आयोग से भी इस पूरे प्रकरण में संज्ञान लेने की अपील की।
गौरतलब है कि उमेश कुमार की सदस्यता से जुड़ी याचिका ढाई साल से लंबित है। लेकिन स्पीकर ऋतु खण्डूड़ी ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया। मई 2022 में रविंद्र पनियाला ने यह याचिका तथ्यों के साथ पेश की थी।
इससे पूर्व 2016 में कांग्रेस के नौ बागी विधायकों को तत्कालीन स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने अयोग्य घोषित कर दिया था।
इसके बाद विधायक राजेन्द्र भंडारी, राम सिंह कैडा, राजकुमार भी दल बदल करने पर विधायकी गंवा चुके है।
2022 में खानपुर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीते उमेश कुमार ने एक नया दल बना लिया था। इस आशय की खबर व वीडियो मीडिया में प्रचारित भी हुए। लेकिन स्पीकर ऋतु खंडूड़ी का पक्ष या विपक्ष में कोई फैसला नहीं आया। बीते ढाई साल से इस मुद्दे पर ‘विधिक राय’ ले रही स्पीकर पर भी ऊपरी दबाव की चर्चा भी सुनी जाती रही है।
जन मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी भी स्पीकर को पत्र लिख कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। नेगी का कहना है कि स्पीकर ने दो महीने के अंदर विधानसभा के 250 तदर्थ कर्मियों को हटाने में कोई देर नहीं लगाई। जबकि विधायक उमेश की सदस्यता पर स्पीकर मजबूर बनी हुई हैं।