एनएच-44 के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए विभागीय अधिकारियों ने किए पुख्ता प्रबंध : नेहा सिंह

एनएच-44 के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए विभागीय अधिकारियों ने किए पुख्ता प्रबंध : नेहा सिंह
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
लोक निर्माण विभाग ने मसाना व अन्य जगहों पर निकासी के लिए डाले पाइप, मारकंडा, झांसा की तरफ चल रहा है 11 हजार क्यूसिक पानी, लोगों की शिकायतों के आधार पर अधिकारी तुरंत करे कार्रवाई, मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी उपायुक्तों को दिए आवश्यक दिशा- निर्देश।
कुरुक्षेत्र, 2 जुलाई : उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि शाहबाद से लेकर खानपुर कोलिया तक राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए संबंधित विभागों की तरफ से पुख्ता इंतजाम कर दिए गए है। इस मार्ग में जहां-जहां पानी निकासी की रूकावटें थी, वहां पर लोक निर्माण विभाग की तरफ से पाईप डालकर पानी निकासी का कार्य पूरा किया गया है।
उपायुक्त नेहा सिंह बुधवार को एनआईसी कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद अधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दे रही थी। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी उपायुक्तों को मानसून सीजन के दौरान सतर्क रहने के आदेश देते हुए अपने- अपने जिलों में पानी निकासी के तमाम प्रबंध पूरे करने के निर्देश दिए और जहां-जहां भी खामियां पाई जाती है उनकों तुरंत दूर किया जाए। मुख्यमंत्री ने लाडवा और शाहबाद में पानी की स्थिति के बारे में उपायुक्त नेहा सिंह से फीडबैक ली है।
उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार शाहबाद और लाडवा में पानी निकासी को लेकर जहां-जहां दिक्कतें थी उन्हें दूर कर दिया गया है। इस क्षेत्र में अंबाला की तरफ से ज्यादा बारिश होने के कारण ज्यादा पानी शाहबाद क्षेत्र में पहुंचा है। यहां पर बैंटन नाले के बंध को ठीक कर दिया गया है और अब पानी खानपुर कोलिया ड्रेन के माध्यम से आगे जा रहा है। इस क्षेत्र से शाहबाद झांसा की तरफ लगभग 11 हजार क्यूसिक पानी जा रहा है और अभी तक किसी भी क्षेत्र में दिक्कत नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में 24 घंटे निगरानी रखेंगे और पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी डयूटी का निर्वहन करेंगे। इस मौके पर एसडीएम अमन कुमार, डीएमसी सतेन्द्र सिवाच, डीएसपी सुनील, डीआरओ चेतना चौधरी, अधीक्षक अभियंता अरविंद कौशिक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।