सहारा कॉम्प्रिहेंसिव विद्यालय में छात्र पदभार ग्रहण समारोह का हुआ भव्य आयोजन

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दूरभाष – 94161 91877
कुरूक्षेत्र : सहारा कॉम्प्रिहेंसिव विद्यालय में 22 अगस्त शुक्रवार को छात्र पदभार ग्रहण समारोह अत्यंत उत्साह, अनुशासन और गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं था बल्कि यह विद्यार्थियों में नेतृत्व, उत्तरदायित्व, निष्ठा और समर्पण की भावना विकसित करने का एक महत्त्वपूर्ण अवसर था। विद्यालय परिवार, शिक्षकगण और छात्र-छात्राओं ने इस समारोह में सक्रिय भागीदारी की और इसे यादगार बनाया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को यह संदेश दिया गया कि नेतृत्व केवल पद प्राप्त करने का नाम नहीं है बल्कि अपने साथियों के लिए आदर्श प्रस्तुत करना, अनुशासन बनाए रखना और समाज में सकारात्मक योगदान देना है। इस अवसर पर नव-निर्वाचित छात्र परिषद् के सभी पदाधिकारियों- स्कूल प्रीफेक्ट्स, हेड बॉय, हेड गर्ल, वाइस हेड बॉय्ज़, वाइस हेड गर्ल्ज़, कैंपस प्रीफेक्ट, डिसिप्लिन हेड, ग्रीन मिशन लीडर्स, हाउस कैप्टेन्स, वाइस कैप्टेन्स और वॉलंटियर्स को उनके पद के अनुसार बैज और शैश प्रदान किए गए। इस अवसर पर उप-निदेशक महोदय श्री वी. के. धवन ने सभी नव नियुक्त छात्र पदाधिकारियों को शपथ दिलवाई जिसमें छात्रों ने विद्यालय की गरिमा बनाए रखने, अनुशासन का पालन करने और निष्ठा से अपने दायित्व निभाने का संकल्प लिया। निदेशक (शैक्षणिक) बी. के. चावला ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यालय की वास्तविक शक्ति केवल उसकी उपलब्धियों में नहीं बल्कि उसके विद्यार्थियों के अनुशासन और नेतृत्व क्षमता में निहित होती है। आज आप सभी छात्र नेता विद्यालय का चेहरा हैं। आपकी सत्यनिष्ठा, सक्रियता और दृष्टिकोण ही आपके साथियों को प्रेरित करेगा। आप केवल अपने पद नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श भी हैं।
उप-निदेशक महोदय श्री वी. के. धवन ने कहा कि आज जो शपथ आपने ली है, वह केवल शब्द नहीं बल्कि एक ज़िम्मेदारी है। आपके प्रत्येक निर्णय, प्रत्येक कार्य और प्रत्येक व्यवहार में नेतृत्व झलकना चाहिए।विद्यालय का अनुशासन, उसकी गरिमा और उसकी परंपरा आप पर ही टिकी है। मुझे विश्वास है कि आप सब अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा और समर्पण के साथ करेंगे। सहारा किंडरगार्टन विंग की प्रधानाचार्या हरप्रीत सहगल ने कहा कि नेतृत्व पद प्राप्त करना गर्व का विषय है किंतु वास्तविक सम्मान उसे निभाने में है। नेतृत्व का अर्थ केवल आदेश देना नहीं बल्कि दूसरों को प्रेरित करना और उनके साथ मिलकर आगे बढ़ना है। मैं आशा करता हूँ कि आप सभी छात्र अपने अंदर ज़िम्मेदारी और ईमानदारी को सर्वोच्च स्थान देंगे तथा विद्यालय को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाएँगे। आपका यह संकल्प केवल विद्यालय की गरिमा बढ़ाने का माध्यम नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण में भी योगदान देगा।समारोह के दौरान रोहित अग्रवाल, डॉ. विकास अग्रवाल, मोहित अग्रवाल और विक्रान्त अग्रवाल भी उपस्थित रहे और उन्होंने नव-निर्वाचित छात्रों को प्रोत्साहित किया।समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। यह आयोजन विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक ज़िम्मेदारी को दृढ़ करने वाला यादगार क्षण रहा। विद्यालय परिवार ने सभी नव-निर्वाचित छात्र पदाधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और विश्वास व्यक्त किया कि वे अपनी भूमिका को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाते हुए विद्यालय की प्रतिष्ठा और आदर्शों को नई ऊँचाइयों तक ले जाएँगे।




