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अकादमिक और उद्योग जगत की हस्तियों ने किया मंथन

एसवीएसयू में इंडस्ट्री–अकादमिक कनेक्ट: स्किल स्फेयर राउंड टेबल मीट में शामिल हुई उद्योग जगत की 50 से भी ज्यादा हस्तियां।
कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने किया मल्टी स्किल इंजीनियरिंग की अवधारणा पर काम करने का ऐलान।
उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने इंडस्ट्री व अकादमिक को और करीब लाने की पैरवी की, ट्रेनिंग और स्किलिंग का जिम्मा एसवीएसयू को देने की हिमायत।

पलवल, प्रमोद कौशिक 27 अगस्त : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में बुधवार को इंडस्ट्री–अकादमिक कनेक्ट: स्किल स्फेयर राउंड टेबल मीट का आयोजन किया गया। इसमें उद्योग जगत की 50 से ज्यादा हस्तियों ने हिस्सा लिया। कुलगुरु प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार की उपस्थिति में उद्योग जगत की हस्तियों और अकादमिक विशेषज्ञों ने इंडस्ट्री और अकादमिक को और अधिक नज़दीक लाने व इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करने पर मंथन किया। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने इस मौके पर इंडस्ट्री को आश्वस्त किया कि उनकी ट्रेनिंग की आवश्यकताओं को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पूरी करेगा। उन्होंने मल्टी स्किल इंजीनियरिंग की अवधारणा पर काम करने का भी ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने उद्योग जगत की हस्तियों को इंडस्ट्री की समस्याओं के समाधान के लिए पीएचडी में पंजीकरण करवाने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री के लोग शोध करेंगे तो नए पेटेंट और नवाचार आमने आएंगे, इससे इंडस्ट्री, मार्केट और समाज, सबको फायदा होगा। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि इंडस्ट्री को स्किल्ड मैन पावर देने में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। साथ ही उन्होंने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इंडस्ट्री से जुडी समस्याएं युवाओं के साथ साझा करें। विद्यार्थियों का दिमाग बहुत सी समस्याओं का समाधान खोजने में सक्षम है।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने उद्योग जगत से आए प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वाधिक अनुभवी कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार के नेतृत्व में स्किल इकोसिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है। उद्योग जगत के सहयोग से हमने कई महत्वपूर्ण प्रोग्राम शुरू किए हैं। शार्ट टर्म कोर्स से लेकर पीएचडी तक के प्रोग्राम इंडस्ट्री के साथ समन्वित हैं।
प्रोफेसर ज्योति राणा ने स्किल इकोसिस्टम और उद्योग में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर प्रतिबद्धता जताई।
अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री परिवर्तन के दौर से गुजर रही है और यह परिवर्तन बहुत तेजी से हो रहे हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इंडस्ट्री और अकादमिक के बीच के अंतर को खत्म करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस खाई को पाटना हमारी प्रतिबद्धता है। प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि स्किल्ड मैन पावर के लिए हमारा मॉडल सबसे कारगर है। उन्होंने रिस्किलिंग और अप स्किलिंग की आवश्यकता पर जोर दिया। डीन सीआरई प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
वी.जी. इंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक नवीन सूद ने कहा कि प्रत्येक इंडस्ट्री को अपना स्किल सेंटर विकसित करना पड़ रहा है, लेकिन यह काम श्री विश्वकर्मा कौशल विशवविद्यालय बेहतर तरीके से कर सकता है। इंडस्ट्री को और स्किल लोगों की आवश्यकता है। नवीन सूद ने नए और इंडस्ट्री आधारित स्किल विकसित करने का सुझाव दिया।
अरविन्द ग्रुप के प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ गुप्ता ने कहा कि इंडस्ट्री को ऑटोमेशन से जोड़ना बहुत जरूरी है। एआई, मशीन लर्निंग और स्मार्ट मैनुफैक्चरिंग इंडस्ट्री की आवश्यकता है। एचडीएफसी गुरुग्राम शाखा के प्रबंधक शरद काचरु ने सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट को पाठ्यक्रम में समन्वित करने पर बल दिया। जेसीबी की ओर से आए अंकुश शर्मा और फरहान ने स्किल मैन पावर की आवश्यकताओं और उपयोगिता पर अपने विचार व्यक्त किए। जेएसडब्ल्यू स्टील के हेड एचआर शशांक मिश्रा ने कौशल विकास के साथ कार्य संस्कृति को विकसित करने के सुझाव दिए। फ्लोवेल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि अमित यादव ने कहा कि ट्रेनिंग में इंडस्ट्री का समय हुए संसाधन खपते हैं, यह जिम्मा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय बेहतर तरीके से निभा सकता है।
इस मीट में जिला रोजगार अधिकारी डॉ. शक्तिपाल, एसीई के प्रतिनिधि सुभाष गुप्ता, ट्रिनिटी टच के हेड एचआर गजेंद्र सिंह, उद्योगपति राजेंद्र कालरा, तिवोली गार्डन के जीएम ललित कुमार, हाईटेक गियर के अंकित शर्मा, मिताभी लैब्स के संजीव शर्मा, फीनिक्स कॉंटॅक्ट के योगेश कुमार व उन्नत वर्मी कम्पोस्ट के सुनील गर्ग सहित काफी संख्या में उद्योग जगत की हस्तियां उपस्थित रहीं। विश्वविद्यालय की ओर से डीन प्रोफेसर आर एस राठौड़, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सुरेश कुमार, ग्रीन टेक्नोलॉजी के चेयरपर्सन डॉ. सुनील गर्ग, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर कुलवंत सिंह, प्रोफेसर ऊषा बत्रा, उप कुलसचिव चंचल भारद्वाज, उप कुलसचिव डॉ. ललित कुमार शर्मा, डॉ. ओएसडी संजीव तायल, उप निदेशक अमीष अमेय, डिप्टी प्लेसमेंट ऑफिसर डॉ. विकास भदौरिया, डॉ. सविता शर्मा, डॉ. संजय राठौड़, डॉ. रविंद्र कुमार, डॉ. मनी कंवर सिंह, डॉ. प्रीति और प्रशांत चौधरी सहित काफी संख्या में अकादमिक क्षेत्र के लोग उपस्थित थे। उप निदेशक डॉ. वैशाली महेश्वरी ने मंच संचालन किया। संबोधित करते कुलगुरु प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार।
उपस्थित उद्योग और अकादमिक जगत के प्रतिनिधि।

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