बदरीनाथ यात्रा: यात्रा मार्ग पर नौ स्थानों पर चुनौती, यात्रियों की है नहीं, सरकार के इंतजाम की भी परीक्षा

बदरीनाथ यात्रा: यात्रा मार्ग पर नौ स्थानों पर चुनौती, यात्रियों की है नहीं, सरकार के इंतजाम की भी परीक्षा,
सागर मलिक
बदरीनाथ धाम यात्रा मार्ग पर हर साल यात्रियों को चुनैतियों का सामना करना पड़ता है। संवेदनशील स्थानों पर खासतौर पर बरसात के दौरान सबसे अधिक समस्या होती है। सरकार द्वारा अपने स्तर पर इंतजाम किए गए हैं, लेकिन सरकार के इंतजामों की भी परीक्षा होगी।
बदरीनाथ धाम मार्ग पर नौ ऐसे स्थान हैं, जो सिर्फ यात्रियों की ही नहीं बल्कि सरकार के इंतजाम की परीक्षा लेंगे। इन नौ स्थानों पर चुनौतियों के अलग-अलग पहाड़ खड़े हैं। चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सरकारी मशीनरी इनसे पार पाने की कोशिश में जुटी है।
चमोली जिला प्रशासन का दावा है कि यात्रा शुरू होने से पहले कार्यदायी संस्था अपना काम पूरा कर लेगी। हाल ही में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिला प्रशासन से प्रगति रिपोर्ट तलब की गई।
पागल नाला के पानी को करेंगे डायवर्ट
बदरीनाथ मार्ग पर पागलनाला जगह है, यहां ऊपर की तरफ से पानी आता है। बरसात में अचानक पानी बढ़ जाता है, जिससे सड़क पूरी तरह बह जाती है। जिला प्रशासन के अनुसार यहां पर समस्या से निपटने के लिए पानी को जमा करने की योजना पर काम चल रहा है। इस पानी को दो अलग-अलग दिशाओं से नालियों के माध्यम से डायवर्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद अगर पानी बढ़ेगा भी तो एक साथ पानी आने से सड़क को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
चटवापीपल में फंसते हैं वाहन
मार्ग पर चटवापीपल में पानी-मलबा आने से कीचड़ जैसी स्थिति रहती है। इसमें कई बार बड़े वाहन फंस जाते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए स्लोप प्रोटेक्शन वर्क और मार्ग के डामरीकरण का काम करने की योजना बनाई गई है। यहां पर स्लोप प्रोटेक्शन वर्क का काम हो गया है, अब डामरीकरण का काम होना बाकी है।
बिजली का टॉवर दूसरी जगह शिफ्ट करने की योजना
नंदप्रयाग में उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन का हाईटेशन लाइन का टॉवर है, निकट भूस्खलन होने के कारण टॉवर असुरक्षित हो रहा है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि इसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। यूपी पॉवर कारपोरेशन यह काम और अधिक तेजी से पूरा करे, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
कमेड़ा भी है संवेदनशील
कमेड़ा जगह भी संवेदनशील है, यहां पर स्लोप प्रोटेक्शन वर्क पूरा हो चुका है। इसके बाद डामरीकरण किया जाना है। इसी तरह जोगीधारा में एक बड़ा पत्थर आया हुआ है, इसे केमिकल के माध्यम से तोड़कर हटाने का काम चल रहा है।
हाथी पहाड़ में सड़क का कटाव
यात्रा मार्ग पर हाथी पहाड़ नामक जगह पर नदी सड़क का कटाव कर रही है। जिला प्रशसान के अनुसार यहां पर बीआरओ ने कटाव को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य को शुरू किया है। लामबगड़ में बीआरओ वैकल्पिक ब्रिज बनाने के साथ सुरक्षात्मक कार्य कर रहा है। हनुमान चट्टी के पास हिमखंड हैं। यहां पर बीआरओ चेतावनी बोर्ड लगाएगा।