जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत ओ०डी०एफ० व ओ०डी०एफ० प्लस में स्थायित्व बनाये रखने हेतु यूनिसेफ द्वारा दिया जाएगा तकनीकी सहयोग

जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत ओ०डी०एफ० व ओ०डी०एफ० प्लस में स्थायित्व बनाये रखने हेतु यूनिसेफ द्वारा दिया जाएगा तकनीकी सहयोग
लोगों को स्वच्छता के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए किया जाए जागरूक-जिलाधिकारी
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में 10 विकास खण्डों के 150 ग्रामों को यूनिसेफ द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किए जाने के सम्बन्ध में इन्ट्रोडक्ट्री रिव्यू की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में अवगत कराया गया कि इस कार्य हेतु 10 ब्लॉक कोआर्डिनेट तैनात किए गए हैं। तथा यह कोआर्डिनेटर विकास खण्ड भोजीपुरा, शेरगढ़, बहेड़ी, क्यारा, फरीदपुर, मझगवां, नवाबगंज, भुता, बिथरीचैनपुर व दमखोदा में जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत ओ०डी०एफ० व ओ०डी०एफ०प्लस के स्थायित्व एवं ऑपरेशन विद्यालय कायाकल्प, आंगनबाडी कायाकल्प एवं महावारी स्वच्छता प्रबन्धन हेतु कार्य करेंगे। जनपद के इन 10 विकास खंडों के 150 ग्रामों में ब्लॉक कोआर्डिनेटर्स के माध्यम से यूनिसेफ द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किया जायेगा। अवगत कराया गया कि इन ब्लॉक कोआर्डिनेटर्स को चार दिन का आवासीय प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें सम्बंधित योजनाओं आदि की विस्तार से जानकारी दी गयी है।बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सम्बंधित अधिकारी भी इन्हें बुलाकर अपनी विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दे दें, जिससे इन्हें कार्य करने में दिक्कत ना हो। इनके द्वारा अधिकांश समय फील्ड में रहकर स्थलीय स्तर पर योजनाओं का इम्पीलीमेंशन कैसा हो रहा है या देखना और रिपोर्ट देना है।
ब्लॉक कोआर्डिनेटर्स द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत कितने ओवर हैण्ड टैंक बने है और कितनी रोड का रिस्टोरेशन हुआ है यह ब्लाक के माध्यम से निरीक्षण करवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। निरीक्षण के दौरान ओवर हैण्ड टैंक बने है या नहीं, पानी की सप्लाई हो रही है या नहीं। स्कूल में पैरामीटर पूर्ण है या नहीं, आरआरसी सेंटर संचालित है या नहीं आदि का भी निरीक्षण इनके द्वारा किया जाएगा।बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि स्वच्छता को अपनाने के लिए व्यवहार परिवर्तन की दिशा में भी कार्य किया जाए। व्यक्तिगत शौचालय/सामुदायिक शौचालय आदि का प्रयाग लोग करें, कूड़ा निर्धारित स्थान पर डालें इन सब के लिए लोगों को समझाया जाए। जल जीवन मिशन के तहत पानी की पानी की बर्बादी ना हो तथा आरआरसी सेंटर के फायदे भी ग्रामीणों को समझाये जाएं व महिलाओं को हाइजीन के बारे में जागरूक किया जाए तथा सेनेटरी नैपकीन का प्रयोग व इंसीनेटर के बारे में जानकारी दी जाए।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी देवयानी, उप निदेशक पंचायत, डीसी मनरेगा हसीब अंसारी, जिला विकास अधिकारी दिनेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम, सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारी/ग्राम प्रधान/सचिव उपस्थित रहे।