विख्यात कवि राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय मंत्री साहित्य के संयोजन में काव्य गोष्ठी हुई सम्पन्न

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : बिसवां -सीतापुर क्षेत्र के विख्यात कवि राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय मंत्री साहित्य भूषण कमलेश मौर्य मृदु के संयोजन में काव्य गोष्ठी मेगा मेंशन कॉलोनी बरेली में सम्पन्न हुई।कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमांशु निष्पक्ष ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सम्भल के जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ अभिषेक रावत व विशिष्ट अथिति डॉ अंजू रावत व डॉ अमन रस्तोगी रहे। कार्यक्रम का संचालन रोहित राकेश ने किया।गीतकार कमल सक्सेना की सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ।
साहित्य भूषण कमलेश मौर्य मृदु ने कहा
मिलाकर आंख दुनिया से ये भारत बात करता है।
पटखनी पर पटखनी दे,जो इससे घात करता है
बुलेट ए के 47 की कभी आयात करता था
वो भारत विश्व में ब्रह्मोस का निर्यात करता है।।
रोहित राकेश ने नेताओं पर व्यंग्य करते हुए कहा
बगुला भक्त बने फिरते हैं नेता हिंदुस्तान के,
कुटिल चाल चलने वाले हैं पात्र नहीं सम्मान के।
नवाबगंज से पधारी कवियत्री यश कीर्ति गंगवार ने कहा
स्वप्न धूमिल हो गए हैं प्राण की आभा लिए ,
हम तुम्हारे हो गए हैं प्रेम की आशा लिए ।
हिमांशु निष्पक्ष ने कहा
ग़ज़ब का ज्ञान वेदों की पढ़ाई में निकलता है,
जगत में सच सनातन की दुहाई में निकलता है।
कहीं केशव कहीं शंकर कहीं देवी निकलती हैं,
खुदाई का करिश्मा हर खुदाई में निकलता है।
कवियत्री किरण प्रजापति ने कहा
मंदिर तोड़ तोड़ बनवाई, मस्जिद वहीं पे क्यों चुनवाई ।
क्यों न दूजी जगह थी ढूंढी, क्या कम थी धरती माई।।
गीतकार कवि कमल सक्सेना ने कहा
इन सूनी आँखों में ज़ब ज़ब झूठे सपन सजायेगा।
प्रेम नगर का हर इक वासी चुन चुन मारा जायेगा।।
ओज कवि डॉ आर सी पांडे ने कहा बिगुल बज गया विजय गीत का सोया हिंदुस्तान उठा ।
राम लला ने अंगड़ाई ली है मेरा देश महान उठा। तथा इसके अतिरिक्त मथुरा से पधारे सुंदर सिंह व आयोजक अनुभव मौर्य ने काव्य पाठ कर कविगोष्ठी को ऊंचाइयां प्रदान की।
मुंशी राम-लखन मौर्य ने स्वागत किया तथा डा. लक्ष्मी मौर्य ने आभार व्यक्त किया।अंत में आभार अनुभव मौर्य ने दिया ।