एमओयू से शिक्षा, अनुसंधान तथा नवाचार को मिलेगा बढ़ावाः प्रो. सोमनाथ सचदेवा

केयू और ईपीआईसी के बीच हुआ समझौता।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 24 सितम्बर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की अध्यक्षता में बुधवार को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी इंक्यूबेशन सेंटर (कुटिक) तथा ईपीआईसी (उद्यमिता संवर्धन और ऊष्मायन परिषद) के बीच महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर (एमओयू) हस्ताक्षर किए गए। एमओयू पर कुवि की ओर से प्रो. संजीव अग्रवाल तथा ईपीआईसी की ओर से निदेशक नरेश गुप्ता ने हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य शिक्षा, अनुसंधान तथा नवाचार को बढ़ावा देना है। यह समझौता युवाओं के लिए नए अवसर लेकर आएगा और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बनाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साझेदारी से नई तकनीकों और शोध कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। छात्रों में इंजीनियरिंग को कॅरियर के रूप में चुनने के प्रति काफी निराशा देखी जा रही है। विनिर्माण क्षेत्र में रोज़गार के अवसर कम होते जा रहे हैं, जिसके कारण यह स्थिति पैदा हुई है। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि हमें उद्योग जगत के लिए ऐसे इंजीनियर तैयार करने होंगे जो अनुसंधान एवं विकास, उत्पाद विकास, उत्पादन और संबंधित क्षेत्रों में योगदान देने में सक्षम हों। हमारे देश को ऐसे उद्यमियों की आवश्यकता है जो उद्यम स्थापित करें और इस प्रकार अधिक रोजगार के अवसर पैदा करें।
रूसा नोडल आफिसर प्रो. संजीव अग्रवाल ने कहा कि ईपीआईसी द्वारा प्रदान किए गए मंच का उपयोग करके उद्यमिता को बढ़ावा देने का एक माध्यम बनेगा। छात्र स्तर पर ही उन्हें आकर्षित करना उद्यमिता को निखारने और पोषित करने का सबसे अच्छा अवसर है। कुटिक कोर्डिनेटर डॉ. अजय जांगडा ने एमओयू के उद्देश्य के बारे में बताया कि इस समझौते के अंतर्गत छात्र-शिक्षक विनिमय कार्यक्रम, शोध परियोजनाओं में सहयोग तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
ईपीआईसी के निदेशक नरेश गुप्ता व निदेशक रमाकांत ने बताया कि ईपीआईसी की खासियत यह है कि यह छात्रों को एक जीवंत मंच प्रदान करेगा जहाँ वे अनुभव कर सकेंगे कि एक व्यावसायिक उद्यम वास्तविक दुनिया में कैसे काम करता है। डॉ. विशाल अहलावत ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. राकेश कुमार, प्रो. संजीव अग्रवाल, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, कुटिक कोऑर्डिनेटर डॉ. अजय जांगड़ा, डॉ. हरदीप राय शर्मा, डॉ. रीता देवी, डॉ. भंवर सिंह, डॉ. विवेक कुमार, डॉ. मनोज कुमार सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।