हरियाणवी ठहाको से सजी कला परिषद की शाम, कलाकारों ने छोड़े हंसी के फव्वारे

हरियाणवी ठहाको से सजी कला परिषद की शाम, कलाकारों ने छोड़े हंसी के फव्वारे
हरियाणवी मखौल में कलाकारों ने गुदगुदाया, श्रोता हुए लोटपोट।
हंसी-ठहाकों से सजी हरियाणा कला परिषद की साप्ताहिक सांझ।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 8 नवम्बर : जिंदगी में हंसना बेहद जरुरी है। आज के तनावग्रस्त जीवन में हंसी के लिए भी समय निकाल पाना अधिकतर लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हरियाणा कला परिषद ने लोगों को हंसाने और गुदगुदाने के लिए हरियाणवी मखौल कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें हरियाणा के हास्य कलाकारों ने हास्य-व्यंग्यों से सभी को हंसने पर मजबूर कर दिया। हर शुक्रवार कला कीर्ति भवन में सजने वाली सांस्कृतिक सांझ इस बार हरियाणवी मखौल के नाम रही। इस अवसर पर गीता ज्ञान संस्थान के शैक्षणिक प्रमुख व सोहनलाल डीएवी स्कूल के पूर्व प्राचार्य डा. विवेक कोहली मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। हरियाणा कला परिषद के कार्यालय प्रभारी धर्मपाल गुगलानी ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। हरियाणवी मखौल कार्यक्रम वंदे मातरम से प्रारम्भ हुआ। इसके बाद खुशी द्वारा हरियाणवी नृत्य के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन किया गया। मखौल कार्यक्रम में जींद से संजीत कौशिक, हिसार से मोहन दलाल, रेनू दूहन, कुरुक्षेत्र के नरेश सागवाल, शिवकुमार किरमच व प्रेम शर्मा ने अपनी प्रतिभा से सभी को हंसी के रंग में डुबोया। कलाकारों के साथ-साथ मंच पर हरियाणवी चौपाल का दृश्य दर्शकों को पुराने दौर की याद दिला रहा था। आपस में बातचीत करते हुए कलाकार एक-दूसरे के साथ हंसी मजाक करते हुए दर्शकों पर भी हंसी के फव्वारे छोड़ रहे थे। हास्य कार्यक्रम में जहां एक ओर कलाकारों ने अपने हास्य व्यग्यों से लोगों का गुदगुदाने का काम किया वहीं एक-दूसरे पर कसी जा रही फब्तियां भी लोगों को पेट पकड़ कर हंसने पर मजबूर कर रही थी। इतना ही नहीं प्रत्येक कलाकार ने एक से बढ़कर एक हरियाणवी चुटकुलों, व्यंग्यों तथा अपने अनुभवों को इस तरह से प्रस्तुत किया कि दो घण्टे तक सभागार हंसी के ठहाकों और तालियों से गुंजता रहा। कार्यक्रम के बाद मुख्यअतिथि डा. विवेक कोहली ने सभी को सम्बोंधित करते हुए कहा कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हंसी के पल निकालना आसान नहीं है। उन्हीं पलों को जुटाने के लिए हरियाणा कला परिषद द्वारा मखौल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ऐसे में कलाप्रेमियों का कार्यक्रम में पहुंचना वास्तव में कार्यक्रम की सफलता का प्रतीक है। आज के दौर में जहां युवा आधुनिकता के रंग में रंगा हुआ है, वहीं कलाकारों द्वारा हरियाणा की प्राचीन संस्कृति को मंच पर प्रस्तुत करना अत्यंत सराहनीय काम है। मंच का संचालन विकास शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन पर सभी हास्य कलाकारों तथा मुख्य अतिथि डॉ. विवेक कोहली को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।




