दिव्या ज्योति जागृती संस्थान की ओर से 24 से 30 नवंबर तक फिरोजपुर के शीतला माता मंदिर में हो रही सात दिवसीय श्री राम कथा के तीसरे दिन प्रभु श्री राम और माता सीता जी का पवित्र विवाह हुआ संपन्न

(पंजाब) फिरोजपुर 27 नवंबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से 24 से 30 नवंबर तक फिरोजपुर के शीतला माता मंदिर में हो रही सात दिन की श्री राम कथा का तीसरा दिन आज बड़ी श्रद्धा और आध्यात्मिक उत्साह के साथ मनाया गया। मंदिर में भक्तों का आना शुरू हो गया और जैसे-जैसे समय बीतता गया, जगह ‘राम नाम’ के जाप और भक्तिमय माहौल से भर गई।
तीसरे दिन की कथा का मुख्य विषय भगवान श्री राम और माता सीता जी का पवित्र विवाह था। सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्या कथा व्यास प्रज्ञा चक्षु साध्वी शची भारती जी ने विवाह के दिव्य दृश्य का विस्तार से और बहुत सुंदर वर्णन किया। उन्होंने कहा कि राम-जनक सिर्फ़ एक विवाह नहीं है, यह मानव जीवन के आंतरिक आध्यात्मिक सार को जगाने वाला एक गहरा संदेश है।
साध्वी जी ने कहा—
“भगवान राम और माता सीता का विवाह आत्मा और ईश्वर के मिलन का प्रतीक है। जब कोई व्यक्ति धार्मिक शास्त्रों के मापदंडों को पूरा करते हुए पूर्ण सतगुरु की शरण में जाता है, तो ईश्वर उसकी आत्मा में प्रकट होने लगते हैं। भगत राम तभी हृदय में निवास करते हैं।”
इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए साध्वी जी ने समझाया कि आध्यात्मिक जीवन का केंद्र-बिंदु सतगुरु की कृपा है, जो आत्मा को ईश्वर के प्रत्यक्ष अनुभव से जोड़ती है।
इस अवसर पर स्वामी चंद्रशेखर जी ने भी प्रेरणा देने वाले विचार साझा किए। संगत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा—
“यह जन्म केवल ईश्वर को मानने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें पाने के लिए है। सतगुरु की शरण व्यक्ति के जीवन का वह बिंदु है, जहां भटकती आत्मा को अपने सच्चे घर का रास्ता मिल जाता है। जिसे भी ईश्वर को पाना है, उसे अपने भीतर यात्रा करनी होगी।”
स्वामी जी ने आध्यात्मिक अभ्यास, निरंतर भजन-सिमरन और आत्म-विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। इवेंट के दौरान, साध्वी शीतल भारती जी और साध्वी साध्या भारती जी के गाए भजनों ने मंदिर का माहौल भक्ति रस से भर दिया। ‘रघुवीर’, ‘सीता राम’ और ‘मंगल गीता’ की मधुर धुनों ने संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इवेंट का तीसरा दिन एक बड़ी पवित्र आरती के साथ खत्म हुआ। आरती के बाद, मौजूद सभी भक्तों के लिए सुविधाजनक भोजन प्रसाद का इंतज़ाम किया गया था।
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने आने वाले दिनों में भी सभी संगत और शहर के लोगों को राम कथा के पवित्र दर्शन के लिए सम्मानपूर्वक न्योता दिया है।




