महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा व सम्मान शीर्ष प्राथमिकता है- मुख्य चिकित्साधिकारी

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एन. आर. वर्मा ने जनपद के सभी चिकित्सालयों के अधीक्षक, प्रभारी चिकित्साधिकारी, डिप्टी एवं एडिशनल सीएमओ को निर्देशित किया है कि वे कार्य-संस्कृति में सकारात्मक बदलाव लाते हुए मातहत कर्मचारियों के प्रति अनुशासित, संवेदनशील और सहयोगी व्यवहार सुनिश्चित करें।
सीएमओ ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में जनपद ने संतोषजनक प्रगति की है, जिसके लिए अधिकारियों, चिकित्सकों, एएनएम, आशा तथा फील्ड स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय से उपलब्धियाँ और बढ़ाई जा सकती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा व सम्मान शीर्ष प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की अभद्रता या उत्पीड़न पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी कहा कि पुरुष या महिला—किसी भी कर्मचारी द्वारा अपने अधिकारों का अनुचित उपयोग, झूठे आरोप या मनमाना व्यवहार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे मामलों में भी समान रूप से निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
सीएमओ ने चेतावनी दी कि मातहतों पर अनावश्यक दबाव, शोषण, मनमानी या विभागीय मर्यादा का उल्लंघन किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। कर्मचारियों को सलाह दी गई कि वे सम्मानजनक व्यवहार रखते हुए किसी भी प्रकार की शिकायत सीधे सीएमओ के सीयूजी नंबर पर या व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि विभिन्न ब्लॉकों से तालमेल की कमी और अनियमितताओं की शिकायतों पर जाँच प्रारम्भ हो चुकी है। सीएमओ ने कहा कि आपसी खींचतान और अनावश्यक विवाद विभाग की छवि को नुकसान पहुँचाते हैं, इसलिए सभी को टीम भावना के साथ कार्य करना चाहिए।
अंत में उन्होंने पुनः कहा कि शासन की भाँति ही हमारा विभागभी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्ती से संचालित किया जाएगा।
डॉ. एन. आर. वर्मा
मुख्य चिकित्साधिकारी,
आज़मगढ़




