इंजीनियर साहब भारतीय परंपरा के प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ अटूट वर्ती महात्यागी आध्यात्मिक प्रवृत्ति के थे- शिवमोहन शिल्पकार

आजमगढ़ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी,अखिल भारतीय ठठेरा कसेरा ताम्रकार महासभा एवं पूर्वांचल जन मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पार्क कलेक्ट्री कचहरी आजमगढ़ उत्तर प्रदेश पर कार्यक्रम का शुभारंभ पार्क में स्थित बाबा साहब के मूर्ति पर माल्यार्पण एवं पुष्पित अर्पित कर प्रखर विद्वान, दो बार राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत एवं अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के संस्थापक एवं संरक्षक स्वर्गीय इंजीनियर “रामनयन शर्मा जी” का छठवां पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर पुष्प एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता महासभा प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत ठठेरा एवं संचालन मोर्चा जिलाध्यक्ष पुष्पा गौतम ने किया कार्यक्रम के आयोजक मोर्चा एवं महासभा के साथ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश संयोजक शिवमोहन शिल्पकार अपने संबोधन में उनके जीवन काल की चर्चा करते हुए कहा कि स्वर्गीय इंजीनियर रामनयन शर्मा जी कर्मठ एवं ईमानदार के साथ-साथ निष्ठावान विचारों के धनी थे आज के युग में ऐसे व्यक्तित्व का मिलना नामुमकिन सा है इंजीनियर साहब भारतीय परंपरा के प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ अटूट वर्ती महात्यागी आध्यात्मिक प्रवृत्ति के थे इनका जन्म ग्राम दुबरहन थाना कंधरापुर तहसील सगड़ी जिला आजमगढ़ में परम सात्विक कुलीन परिवार में 30 जनवरी 1938 ई• को हुआ था पिता का नाम श्री चंद्रबली विश्वकर्मा था इनके द्वारा अनेक ग्रंथों का विचरण करते हुए हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध,जैन,सिख, ईसाई, मुस्लिम, पारसी, यहूदी,ताओ, कन्फ्यूशियस आदि विश्व के प्रमुख धर्म के अध्ययन में डूब कर और विश्व धर्म परिचयात्मक ग्रंथों के लेखन से विश्व के सम्मुख मूल सिद्धांत प्रस्तुत करने की अद्भुत क्षमता प्रस्तुत किया था इनके रचित व लिखित अंगद -रावण संवाद-गीता, अमूल धरोहर”भगवान विश्वकर्मा” नामक शोध ग्रंथ भारत के ही नहीं बल्कि विश्व भर में सराहीं गई अनेक संगठनों के राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं अनेक विभूतियों से इनको सम्मानित किया गया अपने कर्तव्य निष्ठा के चलते करोड़ों करोड़ों लोगों के बीच में आज भी जीवंत हैं आज के हि दिन 24 दिसंबर 2019को इनका स्वर्गवास हो गया आज हम लोग यह संकल्प लेते हैं कि इनकी एक सबसे बड़ी विचारधारा थी “श्री भगवान विश्वकर्मा ” के वंशज जैसे:-ठठेरा, कसेरा, ताम्रकार, बढई, लोहार, सोनार, कुंभकार (प्रजापति) शिल्पी, नाई,पत्थरकट्ट आतिफ असलम समाज में आपसी भाईचारा कायम हो और सभी लोगों को एक माले में पिरोयाजाय श्री शिल्पकार आज हम लोग यह संकल्प लेने की इनके विचारधाराओं पर चलकर सामाजिक गतिविधियों को बल देंगे और आज हम लोग अपने इस कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार से यह मांग करते हैं कि स्वर्गीय इंजीनियर रामनारायण शर्मा को मरणोपरांत पद्मभूषण अवॉर्ड देकर सम्मानित करने का काम करें ताकि समाज में ऐसे गौरवशाली व्यक्तित्व के लोगों को अपने कर्तव्य निष्ठा के प्रति सदा समर्पित रहकर सामाजिक चिंतन का कार्य करते रहे!
सर्वश्री:-कमलेश पासवान, रामसागर चौहान, अवधेश ठठेरा, सुनील सिंह, बालचंद जैसवारा, प्रहलाद, धर्मेंद्र कुमार, वीरेंद्र, रमाकांत पांडे, भीमा, सौदागरचौहान, दिनेश चौहान, विनोद सोनकर, रूपेश विश्वकर्मा, राकेश पांडे, बिंदेश्वरी मिश्र, सिकंदर कुमार, गणेश पासवान, कैलाश गोड, आजम नाऊ पूर्व महा प्रधान श्रीमती सुनीताविश्वकर्मा, नुरसबा मनिहार, सुनीता देवी रुद्ररीय, रिंकू गौतम मीरपुर, गायत्री गौतम शाह खजुरा, कांति देवी, उर्मिला भारती, हीरामती देवी हजारों हजार के संख्या में लोग उपस्थित रहे
कार्यक्रम के दौरान सविता देवी कार्यकर्ता की माता सोनहरी देवी का अआस्मीक निधन पर कार्यकर्तागण एवं पदाधिकारीगण मैं 2 मिनट का मौन धारणकर दिगवंत आत्मा को ईश्वर से शांति प्रदान करें।




