हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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यमुनानगर :- क्षत्रिय एकता महासभा द्वारा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की 481वी जयंती महाराणा प्रताप चौक यमुनानगर में आज धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामबीर सिंह व योगेन्द्र चौहान ने दीप प्रज्वलित करके व वेद माता गायत्री शक्तिपीठ के रविंदर राणा ने गायत्री मंत्र व मंत्रोच्चार के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत की ।इस मौके पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि इस समारोह का उद्देश्य है राष्ट्र के शूरवीर द्वारा दिए गए बलिदान को याद करना एवं आज के समाज को उनके द्वारा किए बलिदान, त्याग एवं शौर्य एवं साहस के बारे में अवगत कराना है। बप्पा रावल के वंश में जन्म में अनेक योद्धा जैसे राणा कुंभा, राणा सांगा राणा उदय सिंह आदि अनेक वीरों ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इन्हीं के वंशज राणा उदय सिंह एवं महारानी जीवंत कुँवर के शूरवीर सुपुत्र महान योद्धा राणा प्रताप जी की 481 वी जयंती आज क्षत्रिय समाज मना रहा है ।महान शूरवीर अदम्य साहसी निडर, निर्भीक, स्वाभिमानी, बलिदानी, आत्मसम्मानी, योद्धा महाराणा प्रताप ने शत्रु की पराधीनता स्वीकार नहीं की। जब सभी छोटी बड़ी रियासतें अकबर के अधीन आ चुकी थी तब महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी युद्ध में अकबर से भयंकर युद्ध लड़ा और विजय प्राप्त की। मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए महाराणा प्रताप मेवाड़ के जंगलों में रहे और घास की रोटियां खाई और अनेक समस्याओं का सामना करते हुए उन्होंने कसम खाई कि जब तक वह अपने राष्ट्र को आजाद नहीं करवा लेते तब तक वह मैं तो महलों में रहेंगे ना बिस्तर पर सोएंगे और ना ही सोने चांदी के बर्तनों में भोजन करेंगे। अकबर ने लगातार छह बार अपने प्रतिनिधियों को महाराणा प्रताप के पास भेजा कि वह उनकी पराधीनता स्वीकार कर ले और अकबर अपने आप को हिंदुस्तान का जहांपनाह कहलवा सकें, परंतु महाराणा प्रताप ने अकबर की पपराधीनता को कभी स्वीकार नहीं किया और ना ही अकबर के सपने को कभी पूरा होने दिया। इस मौके पर अपने इस महान योद्धा को स्मरण कर आज सर्व क्षत्रिय समाज अपने आपको गौरवान्वित एवं आनंदित महसूस कर रहा है। इस अवसर पर स राजपूत यूथ बिग्रेड ने महाराणा प्रताप चौक पर नया बोर्ड लगवाया और सर्व समाज के महाराणा प्रताप जी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की इस मौके पर दशरथ सिंह, संजीव चौहान, उदय राणा, रामः राणा, डॉ. अजय सिंह, महिपाल सिंह, डॉ. वीरेंद्र सिंह मुकेश राणा, शुभम राणा, विनोद राणा, राजिंदर राणा मूकेश राणा, भीम राणा, कपिल राणा, जोनी राणा, लाभ सिंह, नरेश राणा, सचिन फौजी, विकास राणा, कपिल , अभिषेक राणा, नरेंद्र राणा सरपंच तिगरा आदि उपस्थित रहे।