पूर्वांचल ब्यूरो
विकास खंड के दीपनगर बाजार में बेशकीमती जमीन पर एक वर्ष पहले से भूमाफियाओं का कब्जा हटाने में तहसील प्रशासन को पसीने छूट रहे हैं। बाजार में सड़क किनारे बेशकीमती जमीन पर कुछ भूमाफियाओं ने अतिक्रमण कर सरकारी संपत्ति पर कब्जा किया है।
ग्रामीणों की शिकायत पर एक वर्ष पहले मड़िहान एसडीएम शिव प्रसाद के निर्देश पर तहसीलदार ओमप्रकाश पांडेय ने दिपनगर में पावर हाउस के सामने सरकारी जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रोकते हुए बेदखली की कार्यवाही की गयी। अवैध निर्माण में लेखपाल की संलिप्तता पाए जाने पर लेखपाल देवकुमार को निलंबित भी कर दिया गया था। जिसके बाद तहसीलदार द्वारा कानूनगो प्रमोद यादव समेत पांच सदस्यीय टीम गठित कर एक सप्ताह में ग्राम सभा की जमीन का सीमांकन कर रिपोर्ट मांगी गई थी। सीमांकन के बाद तहसीलदार ओमप्रकाश पांडेय ने बताया था कि सभी को नोटिस जारी कर 67 बी के तहत कार्यवाही करते हुए सभी अवैध निर्माण को गिरवाया जाएगा।
पर एक वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी सरकारी जमीनों पर हुए अवैध निर्माण पर कोई कार्यवाही न होने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में मड़िहान एसडीएम बताते हैं कि मामला हमारे संज्ञान में नहीं था। जानकारी मिली है तो जल्द ही कार्यवाही की जाएगी। दीपनगर में जिस सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया गया है।
उस जमीन पर वर्षों से भूमाफियाओं की नजर है। उसी जमीन पर एसडीएम सुरेंद्र बहादुर के निर्देश पर लेखपाल कुंअर ने पटेहरा ग्राम प्रधान समेत 21 ग्रामीणों पर मड़िहान थाने में भूमि कब्जा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद बेदखली की कार्यवाही भी की गयी। चर्चा है कि सरकारी जमीन से कब्जा न हटने पर बाजार के अगल बगल की जमीनों पर भी लोग कब्जा करने की फिराक में लगे हुए हैं।