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मतदान के वहिष्कार की आवाजें उठने लगी हैं खुर्द गांव से, ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’
🗳️ बोले ग्रामीण, अब तो थक गए हैं सड़क की मांग करते-करते सो यही एक विकल्प बचा है
▪️ अविनाश शाण्डिल्य के साथ विवेक द्वबेदी
▪️ Vv न्यूज चैनल कोंच
कोंच। पिछले कई वर्षों से रोड की मांग कर रहे ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव आते ही मतदान के वहिष्कार के स्वर मुखर करने शुरू कर दिए हैं। मामला है माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले नदीगांव विकास खंड के ग्राम खुर्द का जहां की रोड की हालत खस्ता है। रोड नहीं बनने के लिए ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उनसे खासे नाराज हैं, लिहाजा ग्रामीणों ने हाथों में ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ की तख्तियां लेकर नारे बाजी शुरू कर दी है। ग्रामीणों का कहना है, रोड की मांग करते करते अब वे थक चुके हैं लिहाजा मतदान का वहिष्कार ही एकमात्र विकल्प बचा है उनके पास।
माधौगढ़ विधानसभा के नदीगांव ब्लॉक के खुर्द गांव के मतदाताओं द्वारा मतदान बहिष्कार करने की तैयारी कर ली गई है। मतदाताओं का कहना है जब तक रोड नहीं बनेगा तब तक गांव का कोई भी ग्रामीण मतदान नहीं करेगा। गांव के गायत्री देवी, भारत सिंह, भगवान सिंह, कृपाल सिंह, रामप्रकाश, धर्मेंद्र आदि का कहना है कि पिछले दस वर्षों से उन्हें रोड के नाम पर ठेंगा दिखाया जा रहा है। नेताओं को केवल चुनाव के वक्त वोट लेने के लिए उनकी याद आती है, इसके बाद कोई झांकने तक नहीं आता है कि वह किस दशा में गुजारा कर रहे हैं। इसलिए अब गुस्साए ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का मन बना लिया है और ‘रोड नहीं तो वोट नहीं, का ऐलान कर दिया है। ग्रामीणों का साफ कहना है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे विकास के बड़े बड़े दावे हवा हवाई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्ष बीत जाने के बाद भी इस मार्ग की न तो मरम्मत की गई और न ही इसका निर्माण कराने की दिशा में जनप्रतिनिधियों ने कोई पहल की है। जब उनके गांव को उपेक्षा ही मिलनी है तो क्यों वह किसी को वोट दें।
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