राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर जनतांत्रिक मोर्चा ने रखा उपवास
🔏 एस० वी० रहमान
मऊ। रविवार को सरकारी करण आंदोलन मंच एवं भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा के तत्वाधान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की शहादत पर फासीवाद के विरोध में न्याय,शांति सद्भाव एवं कौमी एकता कायम रखने के लिए मऊ जिले में एकमात्र गांधी जी की प्रतिमा घोसी मझवारा मोड पर प्रतिकार एवं उपवास कार्यक्रम मनाया गया.
गांधीजी की शहादत पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम के संयोजक लवकुश ने कहा कि मूर्तियां तोड़ने से ना तो गांधी पुःन मर सकते है, न गोली मारने से गांधीजी मर सकते हैं गांधी जी के विचार अमन शांति एकता की एक विचारधारा है जो सदैव कायम रहेगी
सरकारी करण आंदोलन मंच के अरविंद मूर्ति ने कहा कि गांधीजी की सोच हाशिए के लोगों के पक्ष में थी जिसे उत्पादन के साधनों का सरकारी करण द्वारा पूरा किया जा सकता है, गांधी जी मानते थे की गरीबी अभिशाप नही मानवरचित षड़यत्र है,उसे संसाधनों के सम्यक बँटवारे से खत्म किया जा सकता है।उनकी हत्या इसलिए की गई की धर्म की आड़ लेकर नफरत और साम्प्रदायिकता फैलाने वाले उनके धार्मिक आचरण से डरते है। इसी क्रम में सरकारी करण आंदोलन मंच के मरछूराम प्रजापति ने कहा कि गांधी जी के आम आदमी के प्रति सोच की विचारधारा को गौर से आम आदमी के प्रति सोच की विचारधारा को गोडसे जैसे फासीवादी व्यक्ति मार के आर्थिक एकाधिकार वाली तानाशाही कायम करना चाहता था जिसे सरकारी करण अभियान द्वारा फासीवादी विचारधारा को रोका जा सकता है। आज के कार्यक्रम पुष्पा शर्मा,फखरे आलम,देवभूषण ठाकुर,बृकेश यादव,त्रिभुवन शर्मा,आफताब,अशोक श्रीवास्तव,मूलचन्द्र चौहान,नीतिश कुमार,अखिलेश कुमार,घरहू चौहान,आदि उपस्थित रहे..