![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2022/03/2-1.jpg)
कार्यालय- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बाराबंकी
प्रेस विज्ञप्ति बाबत राष्ट्रीय लोक अदालत दिनांकित-12.03.2022
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर श्री रवीन्द्र नाथ दूबे जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में दिनांक-12.03.2022 को राष्ट्रीय लोक अदालत जनपद बाराबंकी में किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय जनपद न्यायाधीश श्री रवीन्द्र नाथ दूबे के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर बार एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री योगेन्द्र कुमार वर्मा, महामंत्री श्री नरेश कुमार सिंह, अग्रणी बैंक प्रबन्धक श्री जय प्रकाश वर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक आर्यावर्त, आंचलिक प्रबन्धक बैंक आफ इण्डिया, उप महाप्रबन्धक एस0बी0आई बैंक, ए0डी0जे0 प्रथम नित्यानंद श्रीनेत, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय कुमार समेत सभी न्यायिक अधिकारीगण, बैंकों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त अन्य तमाम लोग मौजूद रहे। मंचासीन सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित करने के उपरांत अपने अपने विचार व्यक्त किये गये। शुभारम्भ कार्यक्रम में मंच का संचालन राजीव महेश्वरम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा किया गया।
नोडल अधिकारी श्री अशोक कुमार यादव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा बताया कि राजस्व, बैंकों, विभिन्न विभागों एवं सिविल कोर्ट बाराबंकी के समस्त न्यायालयों द्वारा समग्र रूप से कुल-1,02,990 मामलों का निस्तारण कर कुल रू-16,10,11,521.00/-अर्थदण्ड एवं प्रतिकर के रूप में जमा कराया गया।
उक्त निस्तारित मामलों में सिविल कोर्ट बाराबंकी के विभिन्न न्यायालयों द्वारा कुल-4615 वादों का निस्तारण करते हुए कुल-6,03,96,701.00/- धनराशि अर्थदण्ड एवं प्रतिकर के रूप वसूल किया गया।
प्री-लेटिगेशन स्तर पर राजस्व विभाग, बैंकों, विभिन्न विभागों के कुल-98375 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल-10,06,14,820.00/- धनराशि वसूल किया गया।
जनपद न्यायाधीश श्री रवीन्द्र कुमार दूबे द्वारा कुल 08 वादों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय श्री दुर्ग नरायन सिंह द्वारा 49 मामलों का निस्तारण किया गया तथा 30 जोड़ांे को एक साथ बिदा किया गया। अन्य अपर जिला एवं सत्र न्यायालयों द्वारा 104 मुकदमों का निस्तारण किया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय प्रथम द्वारा 46 एवं द्वितीय द्वारा 48 मामलों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 74 वादों का निस्तारण करते हुए धनराशि रू-2,30,70,000.00 प्रतिकर के रूप में दिलाया गया। स्थाई लोक अदालत द्वारा 05 वादों का निस्तारण किया गया।
न्यायिक दण्डाधिकारियों द्वारा कुल-4213 मामलों को निस्तारित करते हुए धनराशि रू0-10,09,550.00 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किया गया।
दीवानी न्यायालयों द्वारा 126 वादों का निस्तारण किया गया जिनमें 96 उत्तराधिकार वादों को निस्तारित करते हुए रू0-29492461.00 के उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।
पूर्ण कालिक सचिव संजय कुमार षष्ठम द्वारा बताया गया कि जिले के विभिन्न राजस्व न्यायालयों से कुल-33089 वादों का निस्तारण किया गया। जिले की विभिन्न बैंकों द्वारा कुल 1275 एन0पी0ए0 खातों का निस्तारण करते हुए रू0-8,74,84,056.00 रू0 वसूल किये गये। आर्यावर्त बैंक द्वारा सर्वाधिक 838 मामलों का निस्तारण किया गया। बैंक आफ इण्डिया द्वारा 89 मामले व भारतीय स्टेट बैंक द्वारा 132 मामलों निस्तारित किया गया। विघुत विभाग द्वारा कुल 535 मामलों का निस्तारण, नगर पालिका द्वारा 16 मामलों का, स्टाम्प आयुक्त कार्यालय द्वारा-03 मामले, दूर संचार विभाग द्वारा-26 मामलों का, जिला उघान विभाग द्वारा-03, सी0डी0ओ0 कार्यालय के मनरेगा अनुभाग द्वारा 42291 मामलों, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा 03, भूमि आज्ञप्ति अधिकारी द्वारा 04 मामले का, पशुपालन विभाग द्वारा 1420 मामले, उपभोक्ता फोरम द्वारा 07 मामलों, जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा 962 , मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 18530, पी0डब्लू0डी0 विभाग द्वारा 07, वाणिज्य कर द्वारा 159 का निस्तारण किया गया।
जनपद न्यायाधीश श्री रवीन्द्र नाथ दूबे ने सभी लोगों को लोक अदालत में अपनी अपनी सहभागिता हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए लोक अदालत की सफलता हेतु बधाई दी
सूचनार्थ एवं प्रकाशनार्थ-
1- सूचना विभाग, बाराबंकी को इस निर्देश के साथ प्रेषित कि वे इसका प्रकाशन अधिक से अधिक समाचार पत्रों में कराने का कष्ट करें।