डोरिया के बाद महादलित गांव बरदाहा के लोग नशा के विरुद्ध हुए जागरूक
अररिया
थाना क्षेत्र के बरदाहा गांव के लोग भी अब अपने समाज के दिन बदीन बिगड़ते हालात को देखते हुए नशा को जड़ से समाप्त करने के लिए कमर कस लिया है। बताते चलें कि यह गांव हरिजन बहुल गांव है। इस गांव के अधिकतर लोग चुलाई शराब बनाने और बेचने में संलिप्त रहते हैं। इस गांव के लोगों की सबसे बड़ी समस्या गरीबी और बेरोजगारी है। जिस कारण कुछ लोग खुद ही चुलाइ शराब बनाकर बेचते हैं या दूरदराज इलाकों से खरीद कर गांव में बेच कर अपना गुजर बशर करते हैं। इस कारोबार में महिलाएं भी बराबर का हाथ बटाती हैं। जिस कारण नशा ने पूरे गांव को जकड़ लिया है। शाम ढलते ही बरदाहा गांव के हर गली, नुक्कड़, चौराहे पर नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। जिसमे हर उम्र के लोग शामिल रहते हैं। अधिकतर संख्या नव युवकों की है जो दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है। इस बात से चिंतित होकर बरदाहा गांव के बुद्धिजीवियों द्वारा गुरुवार रात को बरदाहा के मैदान में एक विशाल जन सभा आयोजित कर यह निर्णय लिया गया कि अब से बरदाहा गांव पूर्ण रूप से नशामुक्त होगा। इस के लिए सभ्य समाज नाम से एक कमिटी बनाई गई है जो दिन रात इस मुहिम को सफल बनाने का प्रयास करेंगे। नशेड़ी और नशा कारोबारी को जागरूक करेंगे तथा पुलिस प्रशासन के हवाले करेंगे। सभ्य समाज कमिटी बरदाहा के सदस्य पूर्व जिप सदस्य मायानंद ऋषिदेव, समाज सेवी शक्ति मंडल, नागेशर मंडल, पंकज मंडल, मोती मंडल, पारस ऋषिदेव, राजन ऋषिदेव, राजा, ताराचंद ऋषिदेव, रोशन, कारो ठाकुर, डोमा ठाकुर, रामबिशुन ऋषिदेव, गौतम ऋषिदेव, अभिषेक कुमार मंडल, चन्दन मंडल, ब्रजेश बहरदार, सकलदेव बहरदार इत्यादि मौजूद थे। इन लोगों का कहना है कि किसी भी सूरत में नशा को अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सपने नशामुक्ति को साकार किया जायेगा।