एनीमेशन और डिजिटल मीडिया आज के युग के सबसे सशक्त अभिव्यक्ति माध्यम : डॉ. वीरेन्द्र पाल

प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता व रचनात्मकता का होता है विकास : प्रो. महासिंह पूनिया।
केयू में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय एनीमेशन 2025 कार्यक्रम का शुभारंभ।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 26 अक्टूबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय एनीमेशन 2025 कार्यक्रम का रविवार को शुभारंभ हुआ जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी सृजनात्मक और तकनीकी दक्षता का शानदार प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में नवाचार, आत्मविश्वास और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि एनीमेशन और डिजिटल मीडिया आज के युग के सबसे सशक्त अभिव्यक्ति माध्यम हैं, जिनसे विद्यार्थी अपनी सोच और दृष्टिकोण को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर सकते हैं।
जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने कहा कि प्रतियोगिताओं में भाग लेने से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता और रचनात्मकता का विकास होता है। संस्थान सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए ऐसे आयोजन करता है, जिनसे उनमें टीमवर्क, समय प्रबंधन और योजनाबद्ध कार्यशैली की भावना विकसित होती है।
उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय एनीमेशन 2025 कार्यक्रम में लघु फिल्म, ब्रांड डिजाइन, मीम सृजन, 3 डी सीन डिजाइन, हाथ से बने पोस्टर, डिजिटल पोस्टर, बीजीएमआई गेम, फेस पेंटिंग, रंगोली, प्रायोगिक आर्ट और रील निर्माण जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई, जिनमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जिसमें अपने रचनात्मकता को विभिन्न रूपों में प्रदर्शित किया।
प्रो. पूनिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एनीमेशन दिवस न केवल सृजनात्मकता का उत्सव है, बल्कि यह विद्यार्थियों को एनीमेशन उद्योग की नवीन तकनीकों, वैश्विक प्रवृत्तियों और पेशेवर संभावनाओं से भी परिचित कराता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल सीखने की प्रक्रिया को सशक्त बनाते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को उद्योग जगत में प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन संस्थान में नवाचार, सृजनात्मकता और मीडिया प्रौद्योगिकी के नए आयामों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, तकनीकी दक्षता और वैश्विक दृष्टिकोण का विकास होगा। इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन समारोह 27 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।



