बच्चों के कौशल विकास पर केंद्रित रहा नशा विरोधी दिवस

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
यूथ वीरांगनाएं संस्था ने युवाओं से लिया नशा मुक्त जीवन का संकल्प।
हिसार : नेक्स्ट जेन एकेडमी ऑफ डिजिटल मास्टरी, हिसार में 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कौशल विकास की भावना जागृत करना और उन्हें यह समझाना रहा कि नशा किसी भी परिस्थिति का समाधान नहीं है।
कार्यक्रम में डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ व संस्थान के संस्थापक अमित बरवाल (6 वर्षों का अनुभव) ने बच्चों को करियर गाइडेंस देते हुए बताया कि किस प्रकार वे 10वीं के बाद अपने इंटरेस्ट के अनुसार सही विषयों का चयन करके डिजिटल स्किल्स जैसे सोशल मीडिया मार्केटिंग, वेब डिज़ाइनिंग, डिजिटल प्रमोशन आदि में भविष्य बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आज के समय में शिक्षा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट सबसे बड़ी ज़रूरत है। इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सही उपयोग करके बच्चे आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
कार्यक्रम में वीना, जानवी,अनु,अल्पना, सुषमा सहित यूथ वीरांगनाएं उपस्थित रहीं। सभी ने बच्चों को यह प्रेरणा दी कि मानसिक तनाव की स्थिति में नशे का सहारा नहीं लेना चाहिए, बल्कि मेडिटेशन और सकारात्मक सोच से समाधान ढूंढना चाहिए।
बच्चों को फाइल व पेन वितरित कर महत्वपूर्ण बिंदुओं को नोट करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने उत्साहपूर्वक प्रश्न पूछे और अपने डाउट्स क्लियर किए।
कार्यक्रम में यूथ वीरांगनाएं संस्था ने बच्चों को शपथ ग्रहण करवाई कि वे नशा नहीं करेंगे और न ही किसी को करने देंगे।
तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन व रचनात्मक गतिविधियों का सहारा लेंगे।
वे अपने स्किल्स को लगातार निखारकर एक सशक्त नागरिक बनेंगे।
यूथ वीरांगनाएं संस्था की मुख्या वीना ढींगरा ने कहा “हमें नशा नहीं करना है, न ही किसी को करने देना है। आज का युवा ही देश का भविष्य है। अगर नींव कमजोर होगी तो इमारत मजबूत नहीं बन सकती। इसी तरह ही हर बच्चे में कोई न कोई खास प्रतिभा होती है। जरूरत है उस प्रतिभा को पहचानने और उसे सही दिशा देने की। नशे से दूर रहकर यदि बच्चे अपने कौशल को निखारें, तो वे समाज और देश दोनों का भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं।