रिपोर्ट पदमाकर पाठक
राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल एक ऐसा राजनीतिक दल है जो कि आंदोलन की कोख से जन्मा है।
आजमगढ़।शहर के शारदा चौक स्थित होटल ग्रैंड एस आर में 4 अक्टूबर को राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ने आपना 13वा स्थापना दिवस मनाया और साथ ही आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक संदेश भी दिया।
आज स्थापना दिवस के अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने हर्षोल्लास के साथ पार्टी का स्थापना दिवस मनाया तो वही पार्टी के नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भी भरी और साथ ही कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग जाने का संदेश भी दिया इस अवसर पर राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर अनिल सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ने पिछले 13 साल के अपने संघर्ष से देश भर में एक अलग पहचान बनाई है और हम राजनीति में सत्ता के लोभ के लिए नहीं बल्कि जनता के मुद्दों और समस्याओं के संघर्ष के लिए आए हैं हमने गरीबों पीड़ितों शोषित व अन्य वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए लगातार बिना रुके बिना, बिना थके संघर्ष किया है।
पार्टी के प्रवक्ता एडवोकेट तलहा रसादी ने बताया कि राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल एक ऐसा राजनीतिक दल है जो कि आंदोलन की कोख से जन्मा है और अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध जनता की मजबूत आवाज बंद कर उभरा है और प्रदेश की जनता ने अब सभी दलों को आजमा लिया है और अब जनता विकल्प चाहती है ऐसे में यह विकल्प हमारा गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक अलायंस बनेगा।
यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष नुरुल हुदा ने बताया कि प्रदेश में महंगाई भ्रष्टाचार अत्याचार बेरोजगारी किसानों और नौजवानों की बदहाली तेल गैस के दाम अपनी चरम सीमा पर है लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार के लिए लव जिहाद तीन तलाक मंदिर मस्जिद ही सबसे बड़ा मुद्दा है क्योंकि सांप्रदायिक ही इनका इंधन है आज प्रदेश की जनता भाजपा कांग्रेस सपा बसपा शासन से मुक्ति चाहती है ऐसे में राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल व पीस पार्टी जैसे छोटे दल ही अगला विकल्प है। इस अवसर पर संगठन के जिला अध्यक्ष नोमान अहमद ने सब का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उलेमा काउंसिल ने पहले दिन ही यह नारा दिया था कि एकता का राज चलेगा मुस्लिम हिंदू साथ चलेगा और इस नारे को हमने जमीन पर उतार कर दिखाया है देश में फैले नफरत के माहौल में काउंसिल मोहब्बत का दीपक जला रहा है और देश की एकता अखंडता और स्वाधीनता को मजबूत कर रहा है आज इस स्थापना दिवस के अवसर पर सम्मेलन के वरिष्ठ नेता कलीम जामई अब्दुल्लाह हाजी शकील अहमद घनश्याम प्रजापति मोहम्मद तालिब एवं अन्य विभिन्न दलों को छोड़कर दर्जनों लोग सम्मेलन में काउंसिल की सदस्यता भी ग्रहण की।