आज़मगढ:सपा ने सात सीटों पर किया प्रत्याशी की घोषणा तो भाजपा ने भी छ: सीटों पर अपने प्रत्याशियों का किया ऐलान 

आज़मगढ़ ब्यूरो
आजमगढ़। समाजवादी पार्टी ने आज़मगढ़ जनपद की सात सीटें घोषित कर दी हैं। वही भाजपा भी सपा के गढ़ मे सपा के मुकाबले अपने छ: प्रत्याशीयों का ऐलान  कर सपा के गढ़ कहे जाने वाले आज़मगढ़ जिले मे राजनीतिक हलचल मचा दी है। सपा पार्टी ने भाजपा की 2017 की लहर में भी पार्टी का परचम बुलंद रखने वाले चार विधायकों का टिकट बरकरार रखा गया है। फूलपुर पवई सीट से श्याम बहादुर यादव पिछला चुनाव पूर्व सांसद रमाकांत यादव के पुत्र अरुणकांत यादव से हार गए थे। अबकी बार पार्टी ने इस सीट से रमाकांत यादव को ही प्रत्याशी बना दिया है। दीदारगंज से आदिल शेख के स्थान पर सुखदेव राजभर के पुत्र कमलाकांत राजभर को प्रत्याशी बनाया है।पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को आजमगढ़ की दस में पांच सीटों पर अपना परचम लहराया था। पार्टी को अतरौलिया, मेंहनगर, गोपालपुर, निजामाबाद, आजमगढ़ सदर सीट पर जीत हासिल हुई थी। इसमें से सदर सीट पर की चुनाव से लगातार पार्टी जीतती रही है। इस बार पार्टी में टिकट के दावेदारों की संख्या ज्यादा थी। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। बृहस्पतिवार को पार्टी ने 10 विधानसभा सीटों में से सात सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करके अटकलों पर विराम लगा दिया। 
अतरौलिया सीट से पार्टी ने वर्तमान विधायक डा. संग्राम यादव, गोपालपुर से विधायक नफीस अहमद, निजामाबाद से विधायक आलमबदी आजमी, आजमगढ़ सदर सीट से विधायक दुर्गा प्रसाद यादव को फिर प्रत्याशी बनाया है। मेंहनगर सीट पर पार्टी के कल्पनाथ पासवान ने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी लेकिन इस बार उनकी सीट पर टिकट की घोषणा नही की गई है। इसके अलावा दो सीटों पर अपने प्रत्याशियों में बदलाव किया है। फूलपुर पवई से पिछली बार चुनाव लड़ चुके श्याम बहादुर यादव के स्थान पर पूर्व सांसद रमाकांत यादव को प्रत्याशी बनाया है। रमाकांत के पुत्र अरुण कांत यादव इस सीट पर पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर विजयी घोषित हुए थे। लालगंज सुरक्षित सीट से पार्टी ने पूर्व विधायक बेचई सरोज को प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2017 के चुनाव में यहां से बसपा के आजाद अरिमर्दन चुनाव जीते थे जबकि भाजपा के दरोगा प्रसाद सरोज दूसरे स्थान पर थे और बेचई सरोज तीसरे पर।
दीदारगंज विधानसभा से पूर्व विधायक आदिल शेख पिछली बार हार गए थे, उनकी जगह कमलाकांत राजभर को प्रत्याशी बनाया गया है। कमलाकांत राजभर पूर्व विधान परिषद अध्यक्ष और बसपा के दिग्गज नेता सुखदेव राजभर के पुत्र हैं। उन्होंने पिता के निधन से पहले सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। अभी मेंहनगर, मुबारकपुर और सगड़ी विधानसभा सीटों से प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है।

सपा अतरौलिया सीट से विधायक डा. संग्राम यादव
गोपालपुर से विधायक नफीस अहमद
निजामाबाद से विधायक आलमबदी आजमी
आजमगढ़ सदर सीट से विधायक दुर्गा प्रसाद यादव
दीदारगंज विधानसभा से कमलाकांत राजभर
फूलपुर विधानसभा से रमाकांत यादव 
लालगंज सुरक्षित सीट से बेचई सरोज

भाजपा आजमगढ़ सदर से अखिलेश मिश्रा गुड्डू। गोपालपुर विधानसभा से सत्येंद्र राय
लालगंज से नीलम सोनकर,  मेंहनगर सुरक्षित सीट से मंजू सरोज 
दीदारगंज विधानसभा से कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा 
निजामाबाद विधानसभा से मनोज यादव

आजमगढ़ में BJP ने घोषित किए प्रत्याशी, 4 सीटों पर पुराने नेताओं को टिकट, निजामाबाद-गोपालपुर से नए चेहरों पर लगाया दांव
बीजेपी ने आजमगढ़ के 10 विधानसभा क्षेत्रों में से 6 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किये गये. जिसमें आजमगढ़ सदर, गोपालपुर, लालगंज, मेंहनगर, दीदारगंज और निजामाबाद विधानसभा सीटें शामिल हैं. भाजपा ने पुराने नेताओं के साथ ही नये चेहरों पर भी दांव आजमाया है.
भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को 91 प्रत्याशियों की नई सूची जारी की है. इसमें आजमगढ़ के 10 विधानसभा क्षेत्रों में से 6 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किये गये. जिसमें आजमगढ़ सदर, गोपालपुर, लालगंज, मेंहनगर, दीदारगंज और निजामाबाद विधानसभा सीटें शामिल हैं. भाजपा ने पुराने नेताओं के साथ ही नये चेहरों पर भी दांव आजमाया है. 
किसे कहां से मिला टिकट?बीजेपी ने आजमगढ़ सदर से अखिलेश मिश्रा गुड्डू को, गोपालपुर विधानसभा से सत्येंद्र राय को प्रत्याशी बनाया गया. लालगंज से नीलम सोनकर, मेंहनगर सुरक्षित सीट से मंजू सरोज को टिकट मिला है. वहीं, दीदारगंज विधानसभा से कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा को और निजामाबाद विधानसभा से मनोज यादव को मैदान में उतारा गया है. 
इन चेहरों पर फिर जताया भरोसा  बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से भाजपा के गठबंधन में चुनाव लड़ीं मंजू सरोज को मेंहनगर सुरक्षित सीट से रिपीट किया है. आजमगढ़ सदर से अखिलेश मिश्रा गुड्डू को भी रिपीट किया गया है. अखिलेश 2017 में भी चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, वह सपा प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद यादव से हार गए थे. इसके अलावा दीदारगंज से कृष्ण मुरारी भी दूसरी बार लगातार भाजपा से लड़ रहे हैं. बता दें कि, कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा बसपा सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं. साल 2017 में वह भाजपा में शामिल हुए थे. आजमगढ़ जिले की लालगंज सीट से 2014 से 2019 तक सांसद रहीं नीलम सोनकर को भी चुनावी मैदान में उतारा गया है. पार्टी ने उन्हें लालगंज विधानसभा से ही प्रत्याशी बनाया है. 
निजामाबाद में पूर्व मंत्री के भतीजा को दिया टिकट सबसे चौंकाने वाला फैसला निजामाबाद विधानसभा सीट से लिया गया है. यहां बसपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे अंगद यादव के भतीजे मनोज यादव को चुनावी अखाड़े में उतारा गया है. निजामाबाद सीट से डॉ. पीयूष यादव की भी मजबूत दावेदारी थी. इसके अलावा पिछला चुनाव लड़ चुके पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद राय समेत अन्य कई नेता भी थे. 
गोपालपुर से बदला प्रत्याशी इस बार गोपालपुर से प्रत्याशी बदला गया है. 1991 से लगातार चुनाव लड़ रहे श्रीकृष्ण पाल को इस बार टिकट नहीं मिल सका.  भाजपा ने युवा सत्येंद्र कुमार राय को टिकट दिया है. वह युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं. इस बार पार्टी ने श्रीकृष्ण पाल के बजाय सत्येंद्र कुमार राय पर विश्वास जताया है. 
आजमगढ़ में वोटिंग कब ?आजमगढ़ जिले में 10 विधानसभाएं हैं, इन सभी सीटों पर एक ही दिन 7 मार्च को वोटिंग होगी. बता दें कि इस बार यूपी में 7 चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी, दूसरे चरण की 14 फरवरी, तीसरे चरण की 20 फरवरी, चौथे चरण की 23 फरवरी, पांचवे चरण की 27 फरवरी, छठे चरण की 3 मार्च और सातवें चरण की वोटिंग 7 मार्च को होगी. वहीं मतगणना 10 मार्च को होगी.

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