बरेली : 56 भोग लगा कर प्रभु की लीलाओं का गुणगान किया गया l
गिरिराज धरण प्रभु हम तेरी ,शरण हम तेरी शरण प्रभु तेरी शरण l
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : राजेंद्र नगर स्थित बाबा श्री नीलकंठ मंदिर पर चल रही ,श्रीमद् भागवत महापुराण की पावन कथा के अंतर्गत आज कथा व्यास पंडित गोपाल कृष्ण मिश्रा ने भगवान श्री कृष्ण की पावन दिव्य लीलाओं का वर्णन किया, जिन लीला में पूतना वध माखन चोरी लीला और गिर्राज पूजन सभी भक्तों ने मिलकर किया ,माखन चोरी लीला के विषय में कथा व्यास ने बताया कि भगवान जिसके भीतर अहंकार का वास हो जाता है, और भगवान उस पर अनुग्रह करना चाहते हो ,भगवान उसके मन में जाकर के माखन रूपी उसके अहंकार का ही हरण कर रहे होते हैं, भक्तों के चित्त में भगवान की आराधना उपासना विशेष रूप से होना चाहिए पूतना जैसे राक्षसी को भगवान ने परम गति प्रदान कर दी यह पूतना कोई और नहीं पूर्व जन्म में राजा बलि की बहन रत्नमाला थी, जिसके हृदय में भगवान को पुत्र रूप में पाने की इच्छा थी, परमात्मा ने इस जन्म में आकर के पूतना के स्तनों का पान कर उसको परम गति मां की गति प्रदान करें भगवान सिर्फ भाव देखते हैं , कर्ण भाग हो परमात्मा भाव के भूखे हैं भाव के रूप में शबरी ने झूठे बेरों को खिलाया भाव के रूप में विदुरानी ने केले के छिलके खिलाए, भगवान के सामने आप किस रूप में जा रहे है यह विशेष नहीं है आप किस भाव से भगवान के सामने जा रहे हैं यह विशेष हे, इसी के साथ ही कथा व्यास ने चितचोर मेरो माखन खा गयो री कन्हैया तोहे माखन देंगे अति सुंदर भजनों का संसाधन करवाया ,जिस पर भगवान इस पर भक्तों ने बहुत ही सुंदर नृत्य आदि करके आनंद लिया ।