फिरोजपुर 23 जून {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा शंकर कॉलोनी, श्री गंगानगर में भजन संकीर्तन का आयोजन किया गया । अपने प्रवचनों में श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अंजू भारती जी ने कहा कि जीवन एक संघर्ष है परंतु इस संघर्ष को सहज किया जा सकता है देर है, तो केवल मात्र जीवन के प्रति दृष्टिकोण बदलने की।नजरिया परिवर्तित होते ही जीवन की आधी उलझी गुत्थी, मन की घुटन और अवसाद एक सुखद अहसास बन जाता है किंतु जीवन संघर्षों से जूझने की शक्ति हमें प्रदान करती है एक ऐसी विद्या जो सांसारिक विद्याओं से भी परे है – परा विद्या अर्थात अध्यात्म विद्या। इस विद्या द्वारा मन को जीता जा सकता है स्वयं पर विजय प्राप्त कर सबसे बड़े विजेता बन सकते हैं स्वयं प्रकृति अपने संपूर्ण शक्तियों के साथ हमारे सामने नतमस्तक हो सकती हैं इस तरह से अनेकों ही दिव्य विचारो द्वारा साध्वी जी आध्यात्मिक टेलिपैथी का अर्थ समझाते हुए कहा कि जहां सीधा आत्मा के स्तर पर वार्ता होती है, जहां भाषा की कोई भूमिका नहीं होती जहां होता है केवल समाधान और आनंद। कल्याण ही कल्याण। यही है टेलिपैथी का सर्वोच्च वर्किंग मॉडल! कार्य क्रम के दोरान साध्वी हिमाक्षी भारती जी ने सुमधुर भजनों का गायन किया।