कनकई के कटाव से कभी भी नदी में समा सकता है बायसी आसजा मोबैयया गाव के स्कूल और आंगनवाड़ी
अमौर संवाददाता प्रफुल्ल कुमार
पूर्णिया. मानसून शुरू होते ही पूर्णिया के बायसी अनुमंडल के नदियों में जल स्तर बढ़ गया है. ऐसे में कई नदियों में कटाव भी शुरू हो गया है. बायसी के ताराबाड़ी गांव में इस बार फिर कनकई नदी के कटाव का खतरा मंडरा रहा है. हालात यह है कि गांव का सरकारी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र भी कटाव के जद में आ गया है. कनकई नदी स्कूल के महल 5 मीटर दूर से बह रही है. ऐसे में लोग जल्द कटाव निरोधक काम करने की मांग कर रहे हैं.बायसी अनुमंडल के ताराबाडी गांव का प्राथमिक विद्यालय ताराबाड़ी कनकई नदी में कभी भी समा सकता है. गांव का आंगनबाड़ी केंद्र भी नदी के कटाव के जद में है. स्थानीय गुलाम सरवर का कहना है कि 2017 और 2020 में कनकई नदी से कटाव के कारण इस गांव और आसपास में सौ से अधिक घर कट कर नदी में विलीन हो गये थे. 2020 में अमौर के प्राथमिक विद्यालय नगरा टोला भी काटकर नदी में समा गया था. इसके बावजूद इस इलाके में अभी तक कटाव निरोधक काम नहीं हुआ है. अगर जल्द जहां कटाव निरोधक काम नहीं किया गया तो स्कूल आंगनबाड़ी केंद्र समेत कई घर कटकर नदी में समा जाएगा.वहीं ग्रामीण अख्तर और महफूज कहते हैं कि ताराबाड़ी गांव में सिर्फ कनकई नदी के कटाव के कारण सैकड़ों लोग बेघर हो गए. कई लोग यहां से पलायन कर सड़कों के किनारे रह रहे हैं. पिछले साल जब भीषण कटाव हुआ था उसके बाद कुछ जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी यहां आए थे. उन्होंने आश्वासन भी दिया था. लेकिन कुछ नहीं हुआ. अगर समय रहते इसको नहीं रोका गया तो इस बार यह सरकारी स्कूल, रोड समेत दर्जनों घर फिर से नदी में समा जाएगा.
बता दें कि पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में पांच नदियां हैं। महानंदा ,कनकई ,परमान, दास और बकरा नदियां हर साल तबाही मचाती हैं. हर वर्ष नदियों के कटाव के कारण सैकड़ों आशियाने और सैकड़ों एकड़ जमीन कट कर नदी में विलीन हो जाते हैं. ऐसे में जरूरत है समय रहते कटाव निरोधक काम कर इन स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र समेत लोगों के आशियाने को बचाया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके.