ब्लॉक स्तरीय सत्रहवाँ संस्कृत महोत्सव बी.डी.इ.का. भगवानपुर में धूमधाम से आयोजित

उत्तराखंड देहरादून
ब्लॉक स्तरीय सत्रहवाँ संस्कृत महोत्सव बी.डी.इ.का. भगवानपुर में धूमधाम से आयोजित,
सागर मलिक
छः भिन्न भिन्न प्रतियोगिताओं में तीन में वैदिक संस्कृत महाविद्यालय खुब्बनपुर रहा प्रथम, शेष तीन में बी.डी.इंटर कॉलेज, सी.एम.डी. एवं आर.एन.आई रहे प्रथम।
उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित सप्तदश संस्कृत महोत्सव 2025 की कनिष्ठवर्गीय प्रतियोगिताओं का आयोजन दिनांक 14नवम्बर 2025 को बी.डी.इ.का. भगवानपुर में धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ वन्दे मातरम् गीत तथा सरस्वतीवंदना, दीपप्रज्ज्वन द्वारा किया गया। संस्कृत महोत्सव की मुख्य अतिथि एवं विधानसभा क्षेत्र भगवानपुर की विधायक श्रीमती ममता राकेश ने प्रतिभागी विद्यार्थियों के सर्वांगीण एवं चहुमुखी विकास के लिए प्रतियोगिताओं के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए संस्कृत के महत्त्व को बताया। विशिष्ट अतिथि डॉ. संदीप वेदालंकार (प्रो. गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय) ने विद्यार्थियों को चरित्र निर्माण एवं देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत उद्बोधन प्रस्तुत किया। खण्डशिक्षा अधिकारी श्री अभिषेक शुक्ला जी ने स्पर्धाओं में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए प्रेरक आशीर्वचन कहे। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री संजय गर्ग जी ने कहा की विद्यार्थियों की शिक्षा एवं चरित्र के उन्नयन तथा संस्कारों के आरोपण के लिए हम अहर्निश कटिबद्ध हैं। स्पर्धाओं की खण्डसंयोजक श्रीमती उर्वशी पंवार ने बताया कि उत्तराखण्ड के समस्त 13 जिलों के प्रत्येक खण्ड में ये स्पर्धाएँ आयोजित की जा रही हैं, जिससे संस्कृत के प्रचार-प्रसार में उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी अपना विशेष योगदान दे रही है। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. विजय त्यागी एवं श्रीमती कल्पना सैनी ने किया। स्पर्धाओं में पंजीयन के कर्त्तव्यों का पालन श्रीमती पारुल देवी, श्रीमती अनुदीप एवं श्रीमती अर्चनापाल ने संयुक्त रूप से किया।
कनिष्ठवर्ग की संस्कृत समूहगान स्पर्धा में आर.एन.आई.इ.का प्रथम, बी.डी.इ.का. द्वितीय तथा रा.उ.मा.वि मानकपुर तृतीय, रहे।
संस्कृत नाटक स्पर्धा में बी.डी.इ.का. प्रथम, बाबू आशारम रा.उ.मा.वि. डाडा जलालपुर द्वितीय रहे तथा समूह नृत्य में सी.एम.डी.इ.का. प्रथम, बी.डी.इ.का. द्वितीय तथा आर.एन.आई.इ.का तृतीय रहे।
संस्कृत वाव-विवाद स्पर्धा में वैदिक संस्कृत महाविद्यालय खुब्बनपुर प्रथम, बी.डी.इ.का. भगवानपुर द्वितीय तथा आर.एन.आई.इ.का.तृतीय रहे।
संस्कृत आशुभाषण स्पर्धा में वैदिक संस्कृत महाविद्यालय खुब्बनपुर प्रथम, रा.इ.का. कुंजा बहादुरपुर द्वितीय तथा बी.डी.इ.का. तृतीय रहे।
संस्कृत श्लोकोच्चारण स्पर्धा में प्रथम वैदिक संस्कृत महाविद्यालय खुब्बनपुर, द्वितीय आर.एन.आइ.इ.का तथा तृतीय सी.एम.डी.इ.का. चुड़ियाला तृतीय रहे।
इस प्रकार खण्ड के लगभग 10 सक्रिय विद्यालयों ने प्रतिभाग करके तथा कुल लगभग 400 से अधिक दर्शकों ने इन स्पर्धाओं से आनन्द लाभ उठाया तथा संस्कृत को बढ़ावा देने एवं संस्कृत के प्रचार प्रसार में अपना योगदान दिया। कनिष्ठ वर्ग की समस्त स्पर्धाओं के समापन के उपरान्त विद्यालय प्रधानाचार्य श्री संजय गर्ग, निर्णायक मण्डल तथा खण्ड संयोजिका श्रीमती उर्वशी पंवार ने सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र तथा यथानिर्धारित धनराशि प्रदान करके उत्साहवर्धन किया।
स्वागत समिति में श्री संजय पाल, रजत बहुखण्डी, श्री नेत्रपाल तथा सम्मानित दर्शकदीर्घा डॉ. अतुल चमोला, श्री अनुज मिश्र, श्री पुष्पराज चौहान, श्री रजनीश, श्रीमती सपना, श्रीमती शालिनी, कु. हिमांशी, कु. सारीन, कु. तन्नु, विनीता गुप्ता आदि दर्शक एवं मार्गदर्शक के रूप में उपस्थित रहे।




