बाल दिवस की धूम: सरस्वती विद्या मंदिर में ‘स्वर-लहरी’, चाचा नेहरू को छात्रों का संगीतमय नमन

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : पुवायां, शाहजहांपुर
बच्चों के भविष्य और सपनों को समर्पित दिन यानी बाल दिवस (14 नवंबर) के अवसर पर, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज पुवायां, शाहजहांपुर में एक शानदार और अत्यंत प्रेरक गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह समारोह देश के प्रथम प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू (चाचा नेहरू) के प्रति छात्रों के प्रेम और राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाता है।
मुख्य वक्ता: श्री श्रीकृष्ण जी ने राष्ट्र की नींव पर बात की
कार्यक्रम का विधिवत आरंभ मुख्य वक्ता श्री श्रीकृष्ण जी के प्रेरणादायक संबोधन से हुआ। उन्होंने बाल दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “चाचा नेहरू का मानना था कि बच्चे ही राष्ट्र की असली शक्ति हैं। हमें उनके आदर्शों पर चलते हुए हर बच्चे के भीतर के कलाकार और नागरिक को पोषित करना होगा।”
विद्यालय के ऊर्जावान प्रधानाचार्य सोमदेव मिश्र जी ने छात्रों के उत्साह की सराहना की और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ कला और संस्कृति के महत्व पर बल दिया। प्रतियोगिता के कुशल संयोजन के लिए संयोजक श्री इन्द्रजीत जी की भूमिका अत्यंत प्रशंसनीय रही।
सफलता के सुर: प्रतिभाओं ने जीता मंच
प्रतियोगिता के दौरान, छात्रों ने अपनी मधुर आवाज़ और ओजपूर्ण प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। देशभक्ति के गीतों और प्रेरणादायक धुनों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। निर्णायक मंडल के गहन मूल्यांकन के बाद, कक्षा 9वीं ‘अ’ के कृर्ताथ ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति के दम पर प्रथम स्थान पर कब्ज़ा किया। द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से दो छात्र रहे—9वीं ‘अ’ के कृष्ण मोहन और 11वीं ‘अ’ की प्रिया। जबकि, 12वीं ‘ब’ की अंजली ने तृतीय स्थान प्राप्त कर अपनी कला का प्रदर्शन किया।
प्रधानाचार्य श्री सोमदेव मिश्र ने सभी विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन, सभी छात्रों द्वारा चाचा नेहरू के आदर्शों को जीवन में अपनाने के संकल्प के साथ हुआ।




